कोलकाता : मुहम्मद इनामुल हक भारत-बांग्लादेश सीमा पर गाय तस्करी करने के लिए कुख्यात है. सन 2000 की शुरुआत से उसने तस्करी की दुनिया में अपनी पहचान बनाई. सीबीआई ने उसे पहली बार 2018 में गिरफ्तार किया, लेकिन उसे जमानत मिल गई. मामले की जांच जारी है, मगर वह लापता हो गया है. पश्चिम बंगाल स्थित अपने गृह जिला मुर्शिदाबाद में भी नहीं है, लेकिन गाय तस्करी का उसका सिंडिकेट सक्रिय है. पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया है कि इनामुल हक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पैसे देता है. इसीलिए पकड़ा नहीं जाता.
सीबीआई जांच से भी पता चलता है टीएमसी नेता से संबंध
कोच्चि में दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर सीबीआई ने कोलकाता से हक को 2018 में गिरफ्तार किया. उसे तिरुवनंतपुरम सीबीआई अदालत में पेश किया गया था. उस पर बीएसएफ कमांडेंट जीबू डी मैथ्यू को रिश्वत के रूप में 45.3 लाख देने का आरोप है. जीबू डी मैथ्यू को सीबीआई ने हक से पहले 2018 में ही गिरफ्तार कर लिया था. सीबीआई अधिकारियों ने उसके पास से 45.3 लाख रुपये भी बरामद किए थे. सीबीआई जांच से पता चलता है कि इनामुल का कोलकाता के टीएमसी नेता के साथ संबंध है. वह भाजपा के एक राष्ट्रीय नेता के बेटे से भी मिलता है, लेकिन यह कैसे संभव हो सकता है? स्थानीय लोगों का दावा है कि बगैर राजनीतिक प्रभाव के ऐसा होना संभव नहीं.