नई दिल्ली/लखनऊ : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड़्रा और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के बीच बसों की राजनीति ने एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है. इस मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस के नेता एक दूसरे को घेर रहे हैं. इस मामले पर प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी को पत्र लिखा है.
प्रियंका के निजी सचिव संदीप सिंह ने यह पत्र उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी को लिखा. इस पत्र में 19 मई 2020 का जिक्र करते हुए कहा गया है कि वे सुबह से बसों के साथ उत्तर प्रदेश बार्डर पर खड़े हैं. पत्र में लिखा है- आपके अनुसार जब हमने नोएडा गाजियाबाद की तरफ चलने की कोशिश की तो आगरा बार्डर पर यूपी पुलिस ने हमको रोक लिया. पत्र में प्रियंका के निजी सचिव ने लिखा है, वे बुधवार शाम चार बजे तक अपनी बसों के साथ मौजदू रहेंगे.
पत्र में लिखा है, 'बसों को जब नोएडा गाजियाबाद ले जाने की कोशिश की गई तो आगरा बॉर्डर पर यूपी पुलिस ने रोक लिया. पुलिस ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के साथ दुर्व्यवहार करने के साथ ही उन्हें गिरफ्तार किया है, जबकि हर पत्र में कांग्रेस की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि श्रमिकों की मदद करना हमारा पहला ध्येय है.'
पत्र में संदीप सिंह ने लिखा, 'मंगलवार को पूरे दिन बसों के साथ वहीं मौजूद रहे, लेकिन सरकार की ओर से हमारे पत्रों का कोई जवाब नहीं आया. इस पत्र के माध्यम से हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि हम अपनी बसों के साथ आगरा बॉर्डर पर मौजूद हैं और बुधवार की शाम चार बजे तक रहेंगे. प्रवासी श्रमिकों के कष्ट को कम करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. आशा है श्रमिकों को मदद पहुंचाने को ध्यान में रखते हुए आपकी तरफ से कोई सकारात्मक जवाब आएगा.'