रायपुर : लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत ने अपने 20 वीर सपूत खो दिए. इनमें से एक हैं कांकेर के रहने वाले गणेश कुंजाम. शहीद का पार्थिव शरीर गुरुवार को राजधानी लाया गया. जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व सीएम रमन सिंह ने श्रद्धदांजलि अर्पित की. सीएम बघेल ने शहीद को कंधा दिया. गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, मंत्री शिव डहेरिया, विधायक विकास उपाध्याय और कुलदीप जुनेजा ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी.
वहीं राज्यपाल अनुसुईया उइके की ओर से राज्यपाल के परिसहाय अनंत श्रीवास्तव ने स्वामी विवेकानंद विमानतल पर शहीद गणेशराम कुंजाम के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
मुख्यमंत्री बघेल ने शहीद को दिया कंधा पूर्व सीएम रमन सिंह भी शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि धन्य है वो घर, जहां ऐसे वीर जन्म लेते हैं.
शहीद का पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से उनके गृह ग्राम भेजा जाएगा. गणेश की शहादत की खबर मिलते ही उनके परिवार और गांव में मातम पसर गया है. वे माता पिता के इकलौते बेटे थे. उनके पिता बताते हैं कि घर की माली हालत ठीक नहीं थी इसलिए उनके बेटे ने बारहवीं पास करने के बाद ऑर्मी ज्वॉइन कर ली थी.
2011 में सेना में हुए थे शामिल
2011 में सेना में शामिल होने के बाद से गणेश घर की पूरी जिम्मेदारी संभाल रहे थे. उनकी शहादत होने की खबर ने उनके परिजनों को तोड़ कर रख दिया है. शहीद के परिजनों ने बताया कि गणेश की शादी की बात भी चल रही थी. उन्होंने घर बनवाने के बाद बहू लाने का वादा किया था. गणेश की दो बहनें हैं. वे अपने घर में सबसे बड़े थे. एक बहन की शादी हो चुकी है, जबकि छोटी बहन के हाथ पीले करने की जिम्मेदारी गणेश पर थी.
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