सूरतः माओवादी नेता कोबाड गांधी को सूरत पुलिस ने राजद्रोह के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया.
गौरतलब है कि कोबाड को नौ साल पुराने इस मामले में यहां लाया गया था.
इस संबंध में सोमवार को अधिकारियों ने जानकारी दी कि दक्षिण गुजरात में नक्सल गतिविधियों को फैलाने के आरोप में गांधी और 24 अन्य के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था.
उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) के कथित सदस्य गांधी को झारखंड के हजारीबाग जेल से स्थानांतरण वारंट पर यहां लगाया गया था.
पुलिस उपाधीक्षक सी एम जडेजा ने बताया कि 68 साल के माआवोदी विचारक को न्यायिक मजिस्ट्रेट एचआर ठकोर की अदालत में पेश किया जाएगा, जिन्होंने उसे सूरत ग्रामीण पुलिस के हवाले कर दिया.
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जडेजा ने बताया, हमने गांधी की मजिस्ट्रेट के सामने पेशी के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया. 2010 में सूरत जिले की कामरेज पुलिस ने दक्षिण गुजरात में नक्सल गतिविधियों का प्रचार करने के लिए गांधी समेत 25 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.
उन्होंने बताया, गांधी से पहले, मामले में 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. अभी सीमा हिरानी नाम की एक आरोपी को नहीं पकड़ा जा सका.
पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि गांधी और अन्य के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने, सरकार के खिलाफ जंग छेड़ने, राजद्रोह समेत भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और गैर कानूनी गतिविधियों के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था.
जडेजा ने कहा कि पुलिस मंगलवार को अदालत से गांधी की हिरासत मांगेंगी ताकि दक्षिण गुजरात में नक्सल गतिविधियों के प्रचार में उसकी कथित भूमिका की जांच की जा सके.