नई दिल्ली : भारत देश में रूसी कोविड-19 वैक्सीन (स्पुतनिक वी) के तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण की संभावनाएं तलाश रहा है. कोविड-19 विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष डॉ. वीके पॉल ने कहा कि भारत और रूसी सरकार पिछले कुछ हफ्तों से बातचीत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे मित्र देश के अधिकारियों ने हमारी वैक्सीन के विनिर्माण और चरण-III के क्लीनिकल परीक्षण के लिए हमसे संपर्क किया था.
पॉल ने कहा कि रूसी टीके के निर्माण के लिए पहले ही चार घरेलू कंपनियां हमसे संपर्क कर चुकी हैं. उन्होंने कहा कि वैक्सीन मामले पर भारत सरकार की रूसी सरकार के साथ काफी अच्छी बातचीत हुई है. हमारे पास नियामक प्रणाली के अनुसार विशेषज्ञता है. हम रूसी टीके से जुड़े निर्माण, परीक्षण और नियमितता के मुद्दों पर विचार कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि रूसी टीके पहले और दूसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण सकारात्मक परिणाम देते हैं. पॉल ने स्वीकार किया कि देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों में वृद्धि हुई है. अनलॉक-4 में और अधिक मामले हो सकते हैं, लेकिन हमें सतर्क रहना होगा और सावधानी बरतनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि कोविड मामलों की संख्या भारत में अभी तक स्थिर नहीं हुई है. यह संख्या अभी और बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि लोगों को आगे बढ़कर अपना टेस्ट कराना चाहिए. पॉल ने उन रिपोर्टों का जिक्र करते हुए कहा कि हमें रिपोर्ट मिलती है कि लक्षण वाले लोग भी टेस्ट कराने में संकोच करते हैं, जो वायरस फैलाने का स्रोत बन जाते हैं. अगर टेस्ट किया जाएगा तो इसका उपचार भी सबसे पहले किया जाएगा.