नई दिल्ली/ भोपाल: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि चुनाव में महात्मा गांधी के हत्यारे की विचारधारा की जीत हुई है. उन्होंने कहा कि ये बात मेरी सबसे बड़ी चिंता है.
प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ मिली करारी हार के बाद दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को भोपाल में मीडिया कर्मियों से बात की. उन्होंने कहा 'भारतीय लोकतंत्र की परंपराओं के मुताबिक, मैं इस जनादेश को स्वीकार करता हूं, लेकिन मैं एक बात से परेशान हूं कि इस देश में गांधी की विचारधारा खो गई और उनके हत्यारे की विचारधारा जीत गई.'
बीजेपी को 300 से ज्यादा सीटें मिलने पर दिग्विजय ने आश्चर्य भी प्रकट किया. उन्होंने कहा '2014 में बीजेपी ने 280 प्लस का लक्ष्य तय कर इसे हासिल किया. 2019 में उनका नारा 300 प्लस था और BJP ने इसे भी हासिल किया.'
दिग्विजय ने कहा कि वै हैरान हैं कि ऐसा कौन सी जादुई छड़ी BJP के पास है, जिससे वे चुनाव के पहले ही इतना सटीक अनुमान लगा लेते हैं. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर बीजेपी को विफल करार दिया. दिग्विजय ने कहा कि इनके शासनकाल में सबसे ज्यादा सुरक्षाबल शहीद हुए हैं.
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गौरतलब है कि गुरुवार को घोषित किए गए चुनाव परिणाम में दिग्विजय सिंह को 364822 वोटों से हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रज्ञा ठाकुर को दिग्विजय सिंह के खिलाफ उम्मीदवार बनाने को लेकर कहा था कि ये बीजेपी का सत्याग्रह है.
प्रज्ञा ठाकुर ने एक बयान में महात्मा गांधी को गोली मारने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था. हालांकि, बाद में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने उनके बयान से खुद को अलग करते हुए प्रज्ञा से माफी मांगने को कहा था. प्रज्ञा ने माफी मांगते हुए कहा था कि उन्होंने अपनी निजी राय जाहिर की थी.
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इससे पहले कई मौकों पर विपक्षी दलों ने प्रज्ञा की उम्मीदवारी पर सवाल खड़े किए थे. प्रज्ञा के खिलाफ मालेगांव बम धमाकों के मामले में केस चल रहा है. बीजेपी ने इसे फर्जी करार दिया है. पार्टी ने प्रज्ञा के खिलाफ केस को फर्जी बताते हुए इसे हिंदुओं को दुनियाभर में बदनाम करने से भी साजिश से भी जोड़ा है.