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कोरोना के बढ़ते संक्रमण की भेंट चढ़ा 'हुनर हाट', दो दिन पहले हुआ बंद

दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. जिसके चलते दिल्ली में आयोजित 'हुनर हाट' को दो दिन पहले ही बंद करना पड़ा. इसकी वजह से हुनर हाट में देशभर के विभिन्न हिस्सों से आए दुकानदार मायूस हैं. ईटीवी भारत ने हुनर हाट में आए दुकानदारों से बात की. आइए जानते हैं दुकानदारों ने क्या कुछ कहा..

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Published : Nov 20, 2020, 8:41 PM IST

Updated : Nov 20, 2020, 9:39 PM IST

हुनर हाट
हुनर हाट

नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा दिल्ली के पीतमपुरा में आयोजित 'हुनर हाट' कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की भेंट चढ़ गया. 11 नवंबर से आयोजित हुआ यह हुनर हाट 22 नवंबर तक चलना था. लेकिन दिल्ली में बढ़ते संक्रमण के चलते, एहतियातन इसे दो दिन पहले ही बंद करना पड़ा. इसकी वजह से हुनर हाट में देशभर के विभिन्न हिस्सों से आए दुकानदार मायूस हैं.

ईटीवी भारत ने हुनर हाट में दुकान लगाने वाले दुकानदारों से बात की. इस दौरान दुकानदारों ने निराशा जाहिर की. दुकानदारों का कहना है कि दो दिन जो बचे थे, वो शनिवार और रविवार थे. ये दिन वीकेंड के होते हैं. शनिवार और रविवार यहां पर अधिक लोग आते हैं. इससे उनके सामानों की बिक्री हो पाती. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट.

हुनर हाट में आए आंध्र प्रदेश के एक दुकानदार अब्दुल गफ्फार ने ईटीवी भारत से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम दस दिनों के लिए यहां पर आए थे, लेकिन यह दो दिन पहले खत्म हो रहा है. अगर दो दिन और होता तो अच्छा रहता है. उन्होंने कहा कि कोरोना के बावजूद भी उनका कोरोबार अच्छा रहा. अब्दुल गफ्फार हथकरघा व्यवसायी हैं.

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के सलीम इससे पहले भी हुनर हाट में शामिल हुए थे और इस साल भी उन्होंने अपनी दुकान लगाई थी. सलीम ने कहा कि हुनर हाट के बंद होने से हमारे कारोबार को नुकसान पहुंचा है. उनका कहना है कि कोरोना के चलते सात महीने से वह घर पर बैठे थे.

सलीम का कहना है कि कारोबार धीरे-धीरे चल रहा था और हमें उम्मीद थी कि हुनर हाट के अंतिम दिनों में हमारा माल काफी बिकेगा. उम्मीद है कि हमारे मंत्री और प्रधानमंत्री आगे भी हुनर हाट का आयोजन करेंगे.

मार्बल प्रोडक्ट का व्यापार करने वाले शाहिद खान ने कहा कि पहले की तरह इस वर्ष मालों की ब्रिकी नहीं हुई है. लॉकडाउन के चलते काम पर भी असर पड़ा है. दो दिन जो कम किए गए हैं, ये दिन शनिवार और रविवार हैं. शनिवार और रविवार को अधिक लोग आते हैं.

इस 'हुनर हाट' में विभिन्न राज्यों से मिट्टी एवं मेटल से बने खिलौने, असम के ड्राई फ्लावर्स, आंध्र प्रदेश के पोचमपल्ली इक्कट, बिहार की मधुबनी पेंटिंग्स, दिल्ली की कैलीग्राफी पेंटिंग, गोवा से हैंड ब्लॉक प्रिंट, गुजरात से अजरख, जम्मू-कश्मीर से पश्मीना शाल, झारखंड से तुसार सिल्क और बेंत-बांस से निर्मित उत्पाद, कर्नाटक से लकड़ी के खिलौने, मध्य प्रदेश से हर्बल उत्पाद, बाघ प्रिंट, बटिक, महाराष्ट्र से बांस से निर्मित उत्पाद, मणिपुर से हस्तनिर्मित खिलौने, उत्तर प्रदेश से लकड़ी एवं कांच के खिलौने, आयरन निर्मित खिलौने आदि प्रदर्शनी एवं बिक्री के लिए उपलब्ध थे.

यह भी पढ़ें-दीपावली पर उठाएं हुनर हाट का आनंद, दुकानदारों को बिक्री बढ़ने की उम्मीद

दिल्ली सरकार के मुताबिक, दिल्ली में किसी भी शादी समारोह और अन्य समारोह में 50 से ज्यादा लोग इकट्ठे नहीं हो सकते हैं. शादी समारोह में अभी तक इकट्ठा होने वाले लोगों की संख्या 200 थी, लेकिन दिल्ली में बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने यह संख्या घटाकर 50 कर दी है.

दरअसल, केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने 11 नवंबर को हुनर हाट का उद्घाटन किया था. पीतमपुरा के दिल्ली हाट में आयोजित इस हुनर हाट के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी उपस्थित थे. नकवी ने इस दौरान कहा था कि दस्तकारों का शानदार स्वदेशी उत्पाद ही 'हुनर हाट' की लोकल शान और ग्लोबल पहचान' है.

Last Updated : Nov 20, 2020, 9:39 PM IST

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