नई दिल्ली/गाजियाबाद : राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में बढ़ते पेट्रोल डीजल के दामों ने सीधा असर घर की किचन पर किया है. जो लोग पहले 2 किलो सब्जी खरीदा करते थे वह अब महज आधा किलो सब्जी खरीद कर गुजारा चला रहे हैं. यह हाल पॉश इलाकों में रहने वाले लोगों का है. सोचिए मजदूर का क्या हाल होगा.
गृहिणियों की राय
गाजियाबाद के पॉश इलाके में रहने वाली मोना सिंह कहती हैं कि पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों की वजह से किचन पर बुरा असर पड़ गया है. इनका कहना है कि पहले 7 हजार में किचन का काम चल जाता था लेकिन अब 10 हजार रुपये महीने में भी किचन नहीं चल पा रही है.
महंगाई की मार से गड़बड़ाया बजट मोना की तरह रचना भी गाजियाबाद में ही रहती हैं. उनका कहना है कि डीजल पेट्रोल के बढ़ते दामों ने आलू प्याज और अन्य सब्जियों के दाम बढ़ा दिए हैं. हाल ये है की सब्जियां खरीदने में कॉम्प्रोमाइज करना पड़ रहा है. वहीं अगर रिटेल में सब्जियों की बात करें तो दामों में 30 से 40 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई है जिसने कोरोना काल मे आम आदमी की कमर तोड़ दी है.
राहत की बजाय फूटा महंगाई बम
लोग उम्मीद कर रहे थे कि सरकार की तरफ से लॉकडाउन के चलते कोई बड़ी राहत मिलेगी जिससे फिलहाल आर्थिक संकट से जूझ रहे लोग किसी तरह से अपना जीवन यापन करेंगे. लेकिन राहत की बजाय पेट्रोल-डीजल का महंगाई बम लोगों की जेब पर फूट गया है जिससे उनकी स्थिति काफी बेबसी और मजबूरी भरी हो गई है.