पणजी: गोवा में पैदा होने वाले कुल ई-कचरे का करीब 85 फीसदी हिस्सा घरेलू कचरे का है, जैसे कि एयर कंडीशनर, रेफ्रीजरेटर, टीवी और कंप्यूटर. गोवा कचरा प्रबंधन निगम (जीडब्ल्यूएमसी) के शोध में यह पता चला है.
शोध के मुताबिक खर्च करने योग्य आय और खरीदारी की सुगमता का परिणाम यह हुआ है कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल बहुत बढ़ गया है. यही वजह है कि तटीय राज्य में ई-कचरा भी बहुत बढ़ गया है.
पर्यटकों के बीच लोकप्रिय उत्तरी गोवा जिले के बारदेज तालुका और दक्षिण गोवा जिले के सोलसेट तालुका में इस तरह के ई-कचरे की मात्रा काफी अधिक है. शोध के मुताबिक इस तरह के कचरे के संग्रह, भंडारण और पुनर्चक्रण की कोई प्रचलित व्यवस्था नहीं है.