हैदराबाद : गेम मशीन पहली बार 1940 में न्यूयॉर्क वर्ल्ड फेयर में डॉ. एडवर्ड हूलर कोनडोन द्वारा तैयार की गई थी. यह गेम प्राचीन गणितीय खेल निम पर आधारित था. इस गेम को छह महीने में लगभग 50 हजार लोगों ने खेला था. यह गेम प्रदर्शन पर था, जिसमें कंप्यूटर ने कथित तौर पर 90 प्रतिशत से अधिक गेम जीते थे.
शुरुआती वीडियो गेम 1950 के दशक में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और MIT जैसे विश्वविद्यालयों में शुरू हुए. इनमें से कुछ खेल वर्चुअल 'टिक-टैक-टो' और 'स्पेसवार' थे.
1952 में ब्रिटिश प्रोफेसर ए.एस. डगलस ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में उनके डॉक्टरेट शोध के दौरान 'टिक-टैक-टो' बनाया था.
1958 में विलियम हिगिनबोथम ने एक बड़े एनालॉग कंप्यूटर पर 'टेनिस फॉर टू' गेम बनाया था.
1962 में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में स्टीव रसेल ने 'स्पेसवार' गेम बनाया था. यह पीडीपी -1 (प्रोग्राम्ड डेटा प्रोसेसर -1) के लिए एक कंप्यूटर-आधारित स्पेस कॉम्बैट वीडियो गेम था. यह पहला वीडियो गेम था जिसे कई कंप्यूटर इंस्टॉलेशन पर खेला जा सकता था.
राल्फ बेयर और उनकी टीम ने 1967 में पहला घर में खेले जाने वाला गेम 'ब्राउन बॉक्स' बनाया.
1983 में जापानी कंपनी निन्टेंडो वीडियो गेम की दुनिया में उतरी. कई गेम फ्रेंचाइजी के पीछे निंटेंडो का ही योगदान है. जैसे- सुपर मारियो ब्रदर्स, द लीजेंड ऑफ ज़ेल्डा और मेट्रॉइड. निन्टेंडो को 3D गेमिंग की दुनिया में सेगा ने चुनौती दी.
21वीं सदी की शुरुआत में Xbox 360, Playstation 3 और Wii के आने के बाद गेमिंग के आधुनिक युग में कई बदलाव आए. वीडियो गेम मीडिया प्लेटफॉर्म पर आ गए और एप स्टोर पर वीडियो गेम के एप्स से भर गए. स्किल्ड गेमर्स के लिए प्रतियोगिताओं ने दुनिया भर में धूम मची दी है. इन दिनों निंटेंडो, सोनी और माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी वीडियो गेम कंपनियां वीआर पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं.
प्रारंभिक वीडियो गेम :-
- निमरोड कंप्यूटर (1951)
- टिक-टैक-टो कंप्यूटर गेम (1952)
- टेनिस फॉर टू गेम (1958)
- स्पेसवार (1961)
प्रत्येक खेल ने डिस्प्ले के लिए अलग साधन का उपयोग किया. कुछ ने लाइट के पैनल का इस्तेमाल किया, कुछ ने ग्राफिकल डिस्प्ले का उपयोग किया. कुछ ने तो DEC PDP-1 वेक्टर डिस्प्ले का इस्तेमाल किया.
स्पेसवार पहला व्यावसायिक रूप से बिकने वाला क्वॉइन-ऑपरेटिड वीडियो गेम था.