नई दिल्लीः केद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को स्वच्छता और हाईजीन के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने वाले सरकारी और निजी स्वास्थ्य संस्थाओं को कायाकल्प पुरस्कार 2018-19 से सम्मानित किया है.
इस अवसर पर हर्षवर्धन ने कहा कि कायाकल्प पुरस्कार से सम्मानित संस्थान अपने समुदाय में क्षेत्र में स्वच्छता के प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं. अब इन्हें अब इन्हें अन्य स्वास्थ्य संस्थानों के लिए आदर्श बनना होगा और स्वच्छता व हाईजीन के सर्वश्रेष्ठ मानक प्राप्त करने की दिशा में समुदाय और जिलों को प्रेरित करना होगा और उनका नेतृत्व करना होगा.
कायाकल्प पुरस्कार समारोह को संबोधित करते केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन. साथ ही उन्होंने सरकारी और निजी अस्पतालों से स्वच्छता और हाईजीन के उच्चतम स्तर को प्राप्त करने की अपील भी की है.
उन्होंने कहा कि स्वच्छता एक दिन की गतिविधि नहीं है, इसे प्रतिदिन करना पड़ता है और इसे हम सभी को अपनी आदत बनानी पड़ती है.
डॉ. हर्ष वर्धन ने पुरस्कार पाने वाले संस्थानों की तारीफ करते हुए कहा कि कायाकल्प पुरस्कारों ने सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में लोगों के विश्वास को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
हर्षवर्धन ने इस दौरान विभिन्न राज्यों के जिला अस्पतालों, सरकारी अस्पतालों, सामुदिय स्वास्थ्य केन्द्रों और निजी अस्पतालों को कयाकल्प पुरस्कार से सम्मानित किया है. केन्द्रीय मंत्री ने इन अस्पतालों को स्वच्छता और हाइजीन के क्षेत्र में बेहरीन काम करने के लिए दिया है.
कायाकल्प पुरस्कार विजेताओं को संबोधित करते हुए मैंने कहा, 'हमें (#HealthForAll) हेल्थ फॉर ऑल के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में मिलकर काम करना है. मैंने विजेताओं को एक मेंटर की भूमिका निभाने की सलाह दी.'
ये भी पढ़ें : चीन-भारत समाधान की तलाश में यथास्थिति की चुनौती
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी नये इंडिया का निर्माण करना चाहते हैं, जहां हर बच्चे के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा व पोषण की व्यवस्था हो. हर महिला की सुरक्षा का इंतजाम हो, हर बुजुर्ग के स्वाभिमान की रक्षा हो. इसमें आपका क्या योगदान हो सकता है, इस पर आपको विचार करना है.
आपकों बता दें, इस अवसर पर 66 जिला अस्पतालों, PHCs, CHCs, और निजी अस्पतालों को कायाकल्प पुरस्कार से सम्मानित किया गया.