बक्सर : जब भी किसी अपराधी को मौत की सजा दी जाती है तो बक्सर की मनीला रस्सी की चर्चा शुरू हो जाती है. पूरे देश में केवल बक्सर जेल में ही फांसी देने वाली खास रस्सी तैयार होती है. यहीं की बनी रस्सी से कसाब व अफजल जैसे देश के दुश्मनों को फांसी दी गई थी.
जेल अधीक्षक ने क्या कहा?
इस संबंध में केंद्रीय कारा बक्सर के अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा ने बताया कि बक्सर जेल में फांसी के फंदे का निर्माण पहले से ही होता रहा है. यह यहां के लिए सामान्य बात है. देश की किसी जेल में फांसी देने के लिए यहीं से फंदा भेजा जाता है. फंदा खत्म होने की वजह से निर्माण किया जा रहा है. फिलहाल, 10 फंदों का निर्माण कराया जा रहा है. अगर कहीं से भी आधिकारिक तौर पर फंदे की मांग की जाती है, तो उसे फंदा उपलब्ध कराया जाएगा. अभी तक आधिकारिक तौर पर कहीं से डिमांड नहीं आई है.
निर्भया के चारों आरोपी फांसी के फंदे पर लटकेंगे?
बता दें कि दिल्ली में साल 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप के दोषी विनय शर्मा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास दया याचिका लगाई है. इस मामले में दिल्ली सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भेज चुकी है. अब गृह मंत्रालय निर्भया के दरिंदों की दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेजेगा. इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस पर फैसला लेंगे.
अजमल कसाब के लिए बक्सर से भेजी गई थी रस्सी
बक्सर जेल में 1884 में पहली बार बने फंदे से भारतीय कैदी को फांसी दी गई. इसके बाद देश की तमाम जेलों में फांसी के लिए बक्सर से ही रस्सी मंगाई जाती है. मुंबई हमले के आरोपी अजमल कसाब को भी बक्सर जेल में बनी रस्सी से ही फांसी दी गई थी.