नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव अपने अंतिम दौर में है. छह चरणों के मतदान हो चुके हैं. मतदाताओं ने इस बार बेहतर रोजगार के अवसर, स्वास्थ्य और पानी के मुद्दे पर मतदान किया. एक सर्वे रिपोर्ट में यह जानकारी मिली.
एसोसिएसन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने चुनाव से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर सर्वे किया, जिसमें सामने आया कि रोजगार, पानी और स्वास्थय जैंसे मुद्दे मतदाताओं की प्राथमिकता में रहे.
एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि कृषि संबंधी मुद्दे मुख्य रूप से देश के मतदाताओं की शीर्ष 10 प्राथमिकताओं में शामिल हैं, जिनमें कृषि के लिए पानी की उपलब्धता, कृषि ऋण की उपलब्धता, कृषि उत्पादों के लिए उच्च मूल्य की प्राप्ति और बीज के लिए कृषि सब्सिडी शामिल हैं.
एडीआर ने अक्टूबर से दिसंबर 2018 के बीच 534 संसदीय क्षेत्रों के 2.73 लाख मतदाताओं के बीच सर्वे किया गया.
सर्वे में पता चला है कि मतदाताओं के तीन प्रमुख मुद्दों बेहतर रोजगार के अवसरों को पांच में से 2.15, बेहतर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 2.35 और पीने के पानी को 2.52 रेटिंग मिली है. इन मुद्दों पर सरकार का प्रदर्शन औसत से नीचे रहा है. एडीआर को संस्थापक सदस्य जगदीप ने कहा, 'मतदाताओं की शीर्ष 10 प्राथमिकताओं पर सरकार का प्रदर्शन औसत से नीचे है. यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि मतदाता सरकार के प्रदर्शन से असंतुष्ट हैं. इसलिए, सरकार को प्राथमिकताओं में निवेश करने की जरूरत है.'
उन्होंने मतदाताओं के बारे में बात करते हुए कहा, 'देश भर में हुए सर्वे के अनुसार, 75.11% मतदाताओं ने खुलासा किया कि सीएम उम्मीदवार एक विशेष उम्मीदवार को वोट देने के पीछे सबसे महत्वपूर्ण कारण थे, उसके बाद 71.32% उम्मीदवार की पार्टी और 68.03% खुद उम्मीदवार.'
36.67% मतदाताओं को लगता है कि वे आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों के अपराध से अनजान हैं, जबकि 35.8 9% मतदाता आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवार को पहले अच्छा काम किया है तो वोट देने के लिए तैयार हैं.