नई दिल्ली/ पणजी: गोवा में कांग्रेस के दो-तिहाई (15 में से 10) विधायकों के एक समूह का बुधवार को सत्तारूढ भाजपा में विलय हो गया. आज सभी 10 विधायक गृह मंत्री और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे.
अब 40 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 27 विधायक हो गए हैं. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने गोवा में कांग्रेस के 10 एमएलए के बीजेपी में शामिल होने पर कहा कि इस विषय पर आज शाम बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे. बातचीत के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा. हमने कांग्रेस के विधायकों को नहीं तोड़ा है. वे सभी 10 विधायक खुद बीजेपी में शामिल हुए हैं.
गोवा के 10 कांग्रेस विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया है और वह दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं इन विधायकों ने ईटीवी से खास बातचीत की.
विधायकों ने बताया जनता ने उन्हें चुनकर भेजा था और वह जनता की किसी भी मांग को पूरी नहीं कर पा रहे थे क्योंकि सत्ता उनके पास नहीं थी और साथ ही साथ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस में निरंकुशता काफी ज्यादा बढ़ गई थी.
विधायकों ने फोटो खिंचवाई
ईटीवी भारत से बातचीत में क्या कहा विधायकों ने, जानें...
गोवा के विधायक चंद्रकांत कावलेकर के नेतृत्व में इन 9 विधायकों ने भाजपा का दामन थामा चंद्रकांत कावलेकर ने ईटीवी से खास बातचीत में बताया कि सत्ता के बगैर हो जनता के काम को पूरा नहीं कर पा रहे थे और जिस प्रकार से नरेंद्र मोदी की सरकार विकास कार्यों को गति दे रही है इसलिए उन्होंने एक डायनेमिक अध्यक्ष और डायनामिक प्रधानमंत्री से प्रभावित होकर भाजपा का दामन थामा है.
इस बात को निराधार बताते हुए कि भाजपा ने खरीद-फरोख्त की है उन्होंने कहा कांग्रेस कुछ भी आरोप लगा सकती है.
साथ ही विधायक जेनिफर ने भी ईटीवी से खास बातचीत में बताया कि कांग्रेस चाहे कुछ भी आरोप लगाए लेकिन वास्तविकता यह है कि कांग्रेस में रहते हुए वह कोई भी विकास कार्यों को गति नहीं दे पा रही थी और ना ही कांग्रेस के आलाकमान गोवा पर कोई ध्यान दे रहे थे.
पार्टी के अंदर लगातार असंतोष बढ़ता जा रहा था लेकिन नेताओं के चुने हुए विधायकों की नहीं सुनी जा रही थी और इस असंतुष्ट नेता ने उन्हें भाजपा की ओर प्रभावित किया और इस वजह से उन्होंने भाजपा ज्वाइन
हालांकि विधायक जेनिफर ने कहा क्यों नहीं किसी तरह का प्रलोभन नहीं दिया गया है और मंत्री पद दिया जाएगा या नहीं यह भी बात कोई तय नहीं है लेकिन बावजूद वह नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में काम करना चाहती है
विधायक मौनसूरथ ने ईटीवी से खास बातचीत में बताइए अब उन्हें उम्मीद है कि उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से प्रभावित होकर आए हैं. वे किसी लालच या प्रलोभन से नहीं आए हैं.
इन लोगों का कहना है किवह भाजपा में रहकर ही जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचा सकते हैं या उनके जरूरतों को पूरा कर सकते हैं और इस वजह से उन्होंने जॉइन किया है.