नई दिल्ली :वह समय गया जब 'फाइव आइज' को फुसफुसा माना जाता था. अब इस बात के संभावित संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले समय में फाइव आइज गठबंधन का उपयोग तेजी से वैश्विक रणनीति और नीति पर निश्चित रुख अपनाने के लिए किया जा सकता है.
बुधवार (18 नवंबर) को दुनिया के सबसे पुराने खुफिया साझाकरण जासूस नेटवर्क बनाने वाले देश एक साथ सामने आए और हांगकांग को लेकर चीन की नीति के खिलाफ आवाज बुलंद की. इस दौरान सभी देशों ने एक संयुक्त बयान जारी किया.
इस बयान में कहा गया है कि हम आस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, यूके और अमेरिका के विदेश मंत्री चीन द्वारा हांगकांग पर लागू किए गए नए नियमों से चिंतित हैं, जिनको हांगकांग की विधायिका द्वारा खारिज कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि हम चीन के केंद्रीय अधिकारियों से हांगकांग की निर्वाचित विधायिका के खिलाफ अपने नियम पर दोबारा विचार करने एवं विधान परिषद के सदस्यों को तुरंत बहाल करने का आग्रह करते हैं.
इसके अलावा बयान में कहा गया है कि हम संयुक्त घोषणापत्र एवं मूलभूत कानून को ध्यान में रखते हुये चीन से जन प्रतिनिधि चुनने के हांगकांग के लोगों के अधिकारों को कम करने की कवायद बंद करने की अपील करते हैं. हांगकांग की स्थिरता एवं समृद्धि की खातिर, यह आवश्यक है कि चीन और हांगकांग के अधिकारी वहां के लोगों की जायज चिंताओं और विचारों को अभिव्यक्त करने वाले माध्यमों का सम्मान करें.