सुंदरनगर : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में किसान श्रवण कुमार ने अपनी सहयोगी टीम के साथ मिल कर हिमाचल के जंगलों को आग से बचाने के लिए एक नई पहल की है. किसान ने चीड़ के पेड़ों से गिरने वाली पत्तियों (चलारू) से धुंआ-रहित कोयला बना कर तैयार किया है. कोयला बनाने के लिए खाका तैयार कर प्रदेश सरकार को प्रेषित भी किया गया है.
मंडी जिले के सुंदरनगर दौरे पर पहुंची प्रदेश रेडक्रॉस सोसायटी की अध्यक्ष साधना ठाकुर और सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल को संपूर्ण जानकारी और तकनीक को प्रोत्साहन देने के लिए एक रिप्रजेंटेशन भी सौंपी गई. इस कोयले के तैयार होने से प्रदेश के जंगल जलने से बचने के साथ-साथ जंगल की आग से लुप्त हो रही वन और जीव संपदा को बचाने में भी मदद मिलेगी.
जानकारी देते हुए किसान श्रवण कुमार ने कहा कि उनकी टीम की ओर से चीड़ के पत्तों (चलारू) से धुंआ रहित कोयला तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि इसे हम घरेलू इंधन भी कह सकते हैं, जिससे खाना बनाया जा सकता है. सर्दियो में घर व ऑफिस के कमरों को गर्म किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस इंधन में सब से बड़ी बात है की इसे बिल्कुल धुंआरहित बनाया गया है.
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