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किसान आंदोलन का माहौल बिगाड़ रहे राजनीतिक लोग : किसान यूनियन - संयुक्त किसान मोर्चा

कृषि कानूनों पर गतिरोध का 68वां दिन
कृषि कानूनों पर गतिरोध का 68वां दिन

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Published : Feb 2, 2021, 10:20 AM IST

Updated : Feb 2, 2021, 9:28 PM IST

21:28 February 02

प्रदर्शन स्थल किले में तब्दील : सड़कों पर लोहे की कीलें, कंटीले तार, सीमेंट के अवरोधकों के बीच लोहे की छड़ें लगायी गयीं

किसानों के प्रदर्शन स्थलों और उसके आसपास कई स्तर की अवरोधक, सड़कों पर लोहे की कीलें, कंटीले तार, सीमेंट के अवरोधकों के बीच लोहे की छड़ें लगाने, डीटीसी बसों एवं अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती जैसी भारी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है.

यहां तक इस आंदोलन को कवर कर रहे मीडियाकर्मियों को प्रदर्शनस्थलों पर पहुंचने में मुश्किल आ रही है क्योंकि उन्हें पहले चेकिंग और फिर कई स्तर की अवरोध व्यवस्था से गुजरना पड़ता है.

गाजीपुर बार्डर अब उच्च सुरक्षा जैसे किले में तब्दील कर दिया गया है.

गाजीपुर बार्डर पर बीकेयू की उत्तरप्रदेश इकाई के अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा, 'आंदोलन तो होता ही है मुश्किल में, आराम से कौन सा आंदोलन होता है.'

सिंघू बार्डर पर सोमवार को पुलिसकर्मियों के निरीक्षण में श्रमिक सीमेंट के अवरोधकों की दो कतारों के बीच लोहे की छड़ें लगाते हुए देखे गये थे ताकि नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की आवाजाही सीमित की जा सके. दिल्ली-गाजीपुर सीमा पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गयी है, जहां किसान दो महीने से ज्यादा समय से कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

21:01 February 02

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में सोमवार को हुई किसान सम्मान महापंचायत के आयोजक भारतीय किसान यूनियन (भाकियू)- युवा के प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह ने आरोप लगाया कि राजनीतिक लोग किसान आंदोलन के मंच का इस्तेमाल माहौल बिगाड़ने के लिए कर रहे हैं.

सिंह ने मंगलवार को कहा, 'दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा आंदोलन सिर्फ किसानों का है लेकिन राजनीतिक दलों के नेता अपने समर्थकों के जरिए दवाब बनवाकर मंच हासिल करना चाहते हैं. सोमवार को भी भीड़ के बीच मौजूद एक दल के लोगों के शोर शराबे के कारण स्थिति संभालने के लिए एक नेता को महापंचायत के मंच पर बुलाना पड़ा.'

19:22 February 02

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा विपक्ष भ्रामक प्रचार फैला रहा है कि नए कृषि क़ानून लागू होते हैं तो किसानों की जमीन चली जाएगी. मैं ईमानदारी से कहता हू कि अगर किसानों की जमीन का एक भी इंच चला गया तो मैं हमेशा के लिए अपना मंत्री पद और राजनीति छोड़ने के लिए तैयार हूं.

19:21 February 02

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि कल हरियाणा के जींद में महापंचायत होगी. मैं वहां जाऊंगा.

15:18 February 02

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा. अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे, बातचीत भी चलती रहेगी. नौजवानों को बहकाया गया, उनको लाल किले तक रास्ता दिया गया कि पंजाब की कौम बदनाम हो. किसान कौन को बदनाम करने की कोशिश की गई.

14:11 February 02

संजय राउत पहुंचे गाजीपुर बॉर्डर, कहा - आंखों में आंसू देख नहीं रह सके

संजय राउत पहुंचे गाजीपुर बॉर्डर

कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन जारी है, ऐसे में गणतंत्र दिवस के बाद से बॉर्डर पर राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का आना बदस्तूर जारी है. इसी क्रम में मंगलवार को शिव सेना के प्रवक्ता संजय राउत किसानों के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे. राउत ने भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत से मुलाकात कर अपना और अपनी पार्टी का समर्थन दिया. इस दौरान शिव सेना के नेता संजय राउत ने कहा, मुझे उद्धव ठाकरे जी ने खास तौर पर भेजा है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री किसानों के समर्थन में हैं. 26 जनवरी के बाद हमने जो माहौल देखा और जिस तरह राकेश टिकैत जी के आंखों में आंसू देखे, उसके बाद हम कैसे रह सकते थे?

राउत ने कहा बॉर्डर पर हाल ही में जो कुछ भी हुआ है उससे पूरा देश बीजेपी से नाराज है, वहीं राकेश टिकैत जो तय करेंगे वही हमारी आगे की रणनीति होगी. जब संजय राउत से पूछा गया कि आखिर दो महीने बाद क्यों बॉर्डर आए, तो इस सवाल के जवाब में राउत ने कहा, अब आंदोलन को ताकत देने की जरूरत है. क्या शिव सेना बीजेपी से नाराज है, जिस तरह वो किसानों के साथ कर रही है? इस सवाल के जवाब में राउत ने कहा, हम किसानों के साथ हैं, राजनीति मत करिए. सरकार और किसान संगठनों की 11 दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है.

दूसरी ओर गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद से किसान संगठन जिस तरह दवाब में महसूस कर रहे थे, वहीं राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का समर्थन मिलने के बाद से इस आंदोलन को फिर से मजबूती के साथ आगे बढाने की कोशिश की जा रही है.

13:05 February 02

भाजपा एक अरब भारतीयों के लिए नहीं, बल्कि कुछ अरबपतियों के लिए सत्ता में है : केसी वेणुगोपाल

सी वेणुगोपाल ने किया ट्वीट

राज्यसभा के सांसद केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट कर कहा कि  बहस और चर्चाओं को खारिज करना लोकतंत्र को चलाने का कोई तरीका नहीं है. मोदी सरकार के लिए ठंडा पड़ना विपक्ष को संसद में दिखा रहा है अन्नादतों की वास्तविक चिंताओं को उठाने के लिए स्पष्ट रूप से दिखाता है कि भाजपा एक अरब भारतीयों के लिए नहीं, बल्कि कुछ अरबपतियों के लिए सत्ता में है.

11:02 February 02

पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रियंका गांधी ने भी कसा तंज

गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर पुलिस के सुरक्षा इंतजाम को लेकर प्रियंका गांधी ने तंज कसा है. उन्होंने वीडियो ट्वीट कर सवाल किया, 'प्रधानमंत्री जी, अपने ही किसानों से युद्ध ?'

10:13 February 02

गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर सुरक्षा इंतजामों पर राहुल का ट्वीट

राहुल गांधी का ट्वीट

09:19 February 02

दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर लगाईं कीलें

दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर लगाईं कीलें

08:32 February 02

सुरक्षा इंतजामों को लेकर प्रशासन सतर्क, संजय राउत पहुंचेंगे गाजीपुर बॉर्डर

गाजीपुर बॉर्डर पहुंचेंगे संजय राउत

26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुए उत्पात के बाद किसान आंदोलन को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. पुलिस 26 जनवरी के अनुभव के बाद से कई सख्त इंतजाम कर रही है. इसी कड़ी में कंटीले तारों से बैरिकेडिंग की गई है.

बता दें कि आंदोलन से कई किसान संगठनों के अलग होने के बावजूद राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर डटे रहे. जिसके बाद से गाजीपुर बॉर्डर पर न सिर्फ आंदोलनकारी किसानों की संख्या बढ़ी है, बल्कि लगातार विपक्षी पार्टियों के नेता भी गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसान आंदोलन में अपना समर्थन दे रहे हैं.

इसी कड़ी में शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि वह मंगलवार दोपहर 1:00 बजे गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से मुलाकात करेंगे और किसान आंदोलन में समर्थन देंगे. संजय राउत के गाजीपुर दौरे को राजनीतिक चश्मे से भी देखा जा रहा है. उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा के चुनाव हैं और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारतीय किसान यूनियन का अच्छा-खासा होल्ड है. 

07:36 February 02

किसान आंदोलन लाइव

नई दिल्ली :केंद्र सरकार द्वारा संसद से पारित कराए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का आंदोलन जारी है. आज आंदोलन का 68वां दिन है. केंद्र सरकार के साथ 11 दौर की वार्ता के बाद भी गतिरोध बना हुआ है. सोमवार, एक फरवरी को संसद में बजट पेश किए जाने के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा था कि केंद्र की ओर से की गई घोषणा के बाद आंदोलन नरम पड़ेगा. हालांकि, किसान संगठनों की ओर से ऐसे संकेत नहीं मिले हैं.

बता दें कि दिल्ली से लगे सिंघु, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर किसान संगठनों का आंदोलन चल रहा है. सोमवार को बजट पेश किए जाने के बाद प्रेस वार्ता में किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि छह फरवरी को देशभर में 'चक्का जाम' किया जाएगा. संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने सिंघु बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वे छह फरवरी की दोपहर 12 बजे से अपराह्र तीन बजे तक सड़कों को अवरुद्ध करेंगे.

यह भी पढ़ें:आंदोलनकारी किसान छह फरवरी को करेंगे देशव्यापी चक्का जाम

एसकेएम ने यह भी आरोप लगाया कि किसान एकता मोर्चा के ट्विटर अकाउंट और 'ट्रैक्टर2ट्विटर' नाम के एक उपयोगकर्ता को प्रतिबंधित कर दिया गया है.

किसान आंदोलन में स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव भी शामिल हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि ट्विटर अकाउंट के खिलाफ कार्रवाई 'सरकारी अधिकारियों के अनुरोध' पर की गई है. उन्होंने यह भी दावा किया कि इस बजट में 'कृषि क्षेत्र के आवंटन को कम कर दिया गया है.'

यह भी पढ़ें:ट्विटर ने भारत में कई हाई-प्रोफाइल खातों को निलंबित किया

Last Updated : Feb 2, 2021, 9:28 PM IST

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