मुंबई: विधायी मामलों के एक विशेषज्ञ ने गुरुवार को कहा कि अगर महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के लिए कोई भी पार्टी दावा नहीं जताती है, तो फिर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर अगला कदम उठाने का दायित्व होगा.
राज्य विधानसभा के पूर्व सचिव अनंत कलसे ने कहा कि अगर कोई पार्टी आगे नहीं आती है, तो राज्यपाल सरकार बनाने के लिए सबसे बड़े दल को आमंत्रित कर सकते हैं.
कलसे ने कहा, 'अगर पार्टी नई सरकार बनाने में असमर्थता जताती है तो फिर राज्यपाल सरकार बनाने के लिए दूसरी सबसे बड़ी पार्टी को आमंत्रित करेंगे.'
उन्होंने एक मराठी टीवी चैनल को कहा, 'राज्यपाल को ये तौर-तरीके अपनाने होंगे.'
उन्होंने बताया कि नई विधानसभा का पहला सत्र आयोजित करने का फैसला नई सरकार की पहली मंत्रिमंडल बैठक में लिया जाता है. सत्र आयोजित करना मंत्रिमंडल की जिम्मेदारी होती है.
उन्होंने कहा, 'निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव के नतीजे अधिसूचित कर दिए हैं. संवैधानिक प्रावधानों के तहत नई विधानसभा अस्तित्व में आएगी.'
कलसे ने कहा, 'नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण करने तक नई विधानसभा का सत्र नहीं बुलाया जा सकता.'