नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय ने कोविड-19 महामारी को देखते हुए सोमवार को स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए अपनी पहली पूरी तरह से ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. इस साल प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन आयोजित की जा रही है और विश्वविद्यालय ने छात्रों को व्यक्तिगत रूप से कॉलेज न जाने की सलाह दी है. विश्वविद्यालय ने शनिवार को अपनी पहली कट-ऑफ सूची की घोषणा की, जिसमें लेडी श्री राम कॉलेज में तीन ऑनर्स पाठ्यक्रमों के लिए कट-ऑफ 100 प्रतिशत है.
विश्वविद्यालय की डीन शोभा बगई ने कहा कि प्रवेश प्रक्रिया सुबह 10 बजे शुरू हुई. उन्होंने कहा कि प्रवेश प्रक्रिया में छात्रों की सहायता के लिए प्रत्येक कॉलेज के लिए प्रवेश शाखा अधिकारी, शिकायत निवारण अधिकारी और नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं.
अधिकारी ने कहा कि प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करने और सर्वश्रेष्ठ चार विषयों के अंकों की गणना करने के लिए दिशानिर्देश डीयू की वेबसाइट पर अपलोड किए गए हैं. बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 100 प्रतिशत कट-ऑफ पांच साल के अंतराल के बाद आया है. केंद्रीय विश्वविद्यालय की कट-ऑफ ने इससे पहले 2015 में 100 प्रतिशत का आंकड़ा छुआ था.
लेडी श्री राम महिला कॉलेज ने तोड़ा रिकॉर्ड
लेडी श्री राम महिला कॉलेज ने सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए तीन पाठ्यक्रमों- बीए (ऑनर्स) अर्थशास्त्र, बीए (ऑनर्स) राजनीति विज्ञान और बीए (ऑनर्स) मनोविज्ञान के लिए 100 प्रतिशत कट-ऑफ जारी की है. डीयू में उपलब्ध लगभग 70,000 सीटों पर प्रवेश पाने के लिए 3.54 लाख से अधिक छात्रों ने विश्वविद्यालय में आवेदन किया है.
लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वीमेन पहले दिन के दाखिले
वहीं पहली कटऑफ के आधार पर पहले दिन दिल्ली विश्वविद्यालय में 19,086 छात्रों ने दाखिले के लिए आवेदन किया है. बता दें कि 1,628 छात्रों का आवेदन मंजूर किया गया है. इसके अलावा पहले दिन 920 छात्रों ने देर शाम तक फीस जमा कर दी है.
कट ऑफ हाई जाने पर हुआ विरोध
वहीं इस बार कट ऑफ हाई जाने को लेकर विरोध भी शुरू हो गया है. बता दें कि क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने हाई कट ऑफ को लेकर डीयू के नॉर्थ कैंपस में स्थित आर्ट्स फैकल्टी पर विरोध-प्रदर्शन किया.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कट ऑफ का सांकेतिक पुतला फूंका और डीयू प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि हर बार हाई कट ऑफ के नाम पर सरकारी स्कूलों के छात्रों को उच्च शिक्षा से बाहर कर दिया जाता है. बता दें कि प्रदर्शन के दौरान छात्र कार्यकर्ताओं को आर्ट्स फैकल्टी, नार्थ कैंपस से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
बीए ऑनर्स इकोनॉमिक्स
- आर्यभट्ट कॉलेज - 98%
- आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज - 98%
- कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज - 96.50%
- दौलत राम कॉलेज - 97%
- दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स - 96.75%
- दयाल सिंह कॉलेज - 98%
- गार्गी कॉलेज - 97%
- हंसराज कॉलेज - 98.75%
- हिंदू कॉलेज - 99.25%
- इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वीमेन - 98%
- जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज - 97%
- कालिंदी कॉलेज - 98%
- कमला नेहरू कॉलेज - 96%
- किरोड़ी मल कॉलेज - 98.50%
- लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वीमेन - 100%
- मिरांडा हाउस - 98.75%
- रामानुजन कॉलेज - 97%
- श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स - 99%
- जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज - 97%
बीए ऑनर्स पॉलिटिकल साइंस
- आर्यभट्ट कॉलेज - 95%
- आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज - 97%
- दौलत राम कॉलेज - 97%
- दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स - 96%
- दयाल सिंह कॉलेज - 96%
- गार्गी कॉलेज - 97%
- हिंदू कॉलेज - 99.50%
- इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वीमेन - 97.50%
- जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज - 95%
- कमला नेहरू कॉलेज - 95%
- किरोड़ी मल कॉलेज - 99%
- लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वीमेन - 100%
- मिरांडा हाउस - 97%
- रामानुजन कॉलेज - 92%
- जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज - 95%
- लक्ष्मीबाई कॉलेज - 94%
- मैत्रेयी कॉलेज - 94%
बीए ऑनर्स साइकोलॉजी
- आर्यभट्ट कॉलेज - 97%
- भारती कॉलेज - 96%
- दौलत राम कॉलेज - 98.50%
- इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वीमेन - 98%
- कमला नेहरू कॉलेज - 97%
- केशव महाविद्यालय - 96%
- लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वीमेन - 100%
- लक्ष्मीबाई कॉलेज - 95%
- माता सुंदरी कॉलेज फॉर वीमेन - 97%
- शहीद राजगुरु कॉलेज ऑफ अप्लायड साइंसेस फॉर वीमेन - 96%
- जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज - 97%
इस बार अलग है दाखिले की प्रक्रिया
यूनिवर्सिटी ने कहा है कि इस बार एडमिशन के लिए किसी भी स्टूडेंट को डीयू कैंपस में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसलिए वे कैंपस न पहुंचें. पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी की जाएगी. पहली कट-ऑफ लिस्ट जारी होते ही संबंधित कॉलेजों की वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन एडमिशन की प्रक्रिया 12 अक्टूबर सुबह 10 बजे से शुरू कर दी गई है.
इस बार दिल्ली यूनिवर्सिटी की करीब 70 हजार सीटों के लिए 3.5 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किया था. इनमें से ज्यादातर सीबीएसई (CBSE) बोर्ड के हैं.