नई दिल्ली: विशाखापत्तनम में एक रेस्क्यू अभ्यास किया गया. इसके तहत दो जून को गहरे पानी में जाने वाले रेस्क्यू व्हीकल (डीप सबमर्जेंस रेस्क्यू वेहिक्ल) की मदद से पनडुब्बी को बाहर निकाला गया और इस अभ्यास को सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया.
अभ्यास के दौरान गहरे पानी में डूबी सबमरीन को डीएसआरवी मशीन की सहायता से निकाल कर आईएनएस सिंधुवज पर रखा गया. ये सब पूर्वी तट पर चल रहे अभ्यास सत्र के दौरान भारती नौसेना के सदस्यो द्वारा किया गया. इसका सफलतापूर्वक पूर्ण होना नौसेना की कुशलता को दर्शाता है.
पनडुब्बी को बाहर निकालने को दृष्य. (सौ. @indiannavy) इस अभ्यास सत्र के दौरान जिस पनडुब्बी का प्रयोग किया गया था, वह आईएन सबमरीन डिजाइनर यानी DND (SDG) द्वारा प्रमाणित की गई है. ये भारतीय नौसेना द्वारा हसिल किया गया नया कौशल है. इस अभ्यास स्तर का नाम लाइव मेटिंग है और इसका सफलातापूर्वक पूर्ण होना भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है.
पनडुब्बी को बाहर निकालने को दृष्य. (सौ. @indiannavy) डिजाइन फोटो. (सौ. @indiannavy) इसके माध्यम से आने वाले दिनों में नौसेना कई रेस्क्यू अभियान चला सकती है. साथ ही इसके माध्यम से डूबी हुई पनडुब्बियों को सही सलामत बाहर निकाला जा सकेगा.