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पटना : इस कॉलेज में 'बुर्के' पर हंगामा, तूल पकड़ता देख नोटिस लिया वापस - controversy on burqa

बिहार की राजधानी पटना के जेडी वीमेंस कॉलेज में छात्राओं के लिए निर्देश जारी किया था कि कोई छात्रा कॉलेज में 'बुर्का' नहीं पहन सकतीं. अगर वह बुर्का पहन कर आती है तो उसे 250 रुपये का जुर्माना देना होगा. हालांकि इस मामले को तूल पकड़ता देख कॉलेज प्रशासन ने आदेश में से 'बुर्का' शब्द हटा दिया है. जानें क्या है पूरा मामला...

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जेडी वीमेंस कॉलेज में 'बुर्के' पर हंगामा

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Published : Jan 25, 2020, 12:39 PM IST

Updated : Feb 18, 2020, 8:42 AM IST

नई दिल्ली : बिहार की राजधानी पटना के जेडी वीमेंस कॉलेज में छात्राओं के लिए निर्देश जारी किया था. आदेश के अनुसार कॉलेज परिसर और वर्ग में कोई छात्रा बुर्का नहीं पहनेगी. अगर वह ऐसा करते हुए पाई जाती है, तो उन्हें ढाई सौ रुपए जुर्माना देना होगा.

हालांकि इस मामले को तूल पकड़ता देख कॉलेज प्रशासन ने आदेश में 'बुर्का' शब्द हटा दिया गया है.

जेडी वीमेंस कॉलेज में 'बुर्के' पर हंगामा

दरअसल पटना स्थित जेडी वीमेंस कॉलेज ने आदेश जारी किया था कि कॉलेज में निर्धारित पोशाक में छात्राएं प्रवेश करेंगी. कॉलेज में प्राचार्य श्यामा राय ने साथ ही यह भी आदेश जारी किया था कि नियम तोड़ने पर जुर्माना लगाया जाएगा.

जेडी वीमेंस कॉलेज की प्राचार्य के आदेश पर लगे नोटिस का कुछ छात्राओं ने विरोध जताया. तो वहीं कुछ छात्राओं ने इसका समर्थन किया.

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यूनिफार्म में आना है छात्राओं को
कॉलेज की प्राचार्य डॉ श्यामा राय का कहना है कि आदेश वैसा ही है, बस बुर्का शब्द को हटाया गया है और छात्राओं को अब कॉलेज कैंपस में यूनिफार्म में ही आना है. छात्र सबीना ने बताया कि क्लास रूम में अगर बुर्का बैन किया जाता है तो वह मंजूर है. क्योंकि क्लास रूम में सभी एक समान हैं. लेकिन अगर कॉलेज कैंपस में बुर्का पर प्रतिबंध लगाया जाता है, तो उन्हें यह आदेश बिल्कुल स्वीकार नहीं है. वहीं कुछ छात्राओं का कहना है कि कॉलेज में सब को एक समान लगना चाहिए और इसी के लिए कॉलेज यूनिफार्म बना है और इसका पालन होना चाहिए.

स्थानीय थाने से लगातार आती है शिकायत
कॉलेज की प्राचार्य डॉ श्यामा राय ने बताया कि कॉलेज में यूनिफार्म को लागू करना बहुत आवश्यक हो गया था. क्योंकि रोजाना स्थानीय थाने से लगातार शिकायत आती है कि कॉलेज की छात्राएं बुर्का पहन कर आती है और अन्य गतिविधियों में भी शामिल होती हैं. उन्होंने कहा कि सिर्फ मुस्लिम छात्राएं ही नहीं बल्कि कई अन्य बाहरी तत्व भी कॉलेज में प्रवेश कर जाते हैं.

बाहरी और कॉलेज छात्राओं में फर्क पता चले, इसी को लेकर यूनिफॉर्म की नियमावली जारी की गई है. प्राचार्य ने कहा कि यह पिछले साल अगस्त में ही सभी छात्राओं को बता दिया गया था और छात्राओं ने इसका विरोध नहीं किया था.

वहीं कॉलेज अधिकारियों का कहना है कि ये नियम छात्राओं में एकरूपता लाने के लिए बनाया गया है.उन्होंने बताया कि यह घोषणा नए सेशन के ओरिएंटेशन के समय ही छात्राओं के सामने की गई थी.

कॉलेज प्रशासन का कहना है कि जो छात्राएं बुर्का पहनकर आना चाहती हैं आएं लेकिन कैंपस में प्रवेश करते ही बुर्का उतार कर क्लास में बैठना होगा. वहीं कॉलेज में छात्राओं को शनिवार के दिन छूट है. उस दिन उन पर कोई ड्रेस कोड लागू नहीं किया जाएगा.

Last Updated : Feb 18, 2020, 8:42 AM IST

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