नागपुर: केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े समुदाय के लोगों के विकास के लिये आरक्षण जरूरी है. लेकिन सिर्फ कोटा प्रणाली से ही उनका सम्पूर्ण विकास सुनिश्चित नहीं हो सकता है. उन्होंने शिक्षा, सामाजिक एवं आर्थिक कदमों से समुदाय के विकास पर जोर दिया.
गडकरी ने जातिगत विचार से ऊपर उठकर नेतृत्व की बात की और 'कभी अपनी जाति का सहारा नहीं लेने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की.'
केंद्रीय मंत्री ने महात्मा फुले शिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित 'अखिल भारतीय माली समाज महाअधिवेशन' में आये लोगों को संबोधित किया.
इससे पहले कार्यक्रम में माली समुदाय के नेताओं ने अपने समाज के लोगों का और अधिक प्रतिनिधित्व तथा उनके लिये चुनाव में टिकट समेत अन्य चीजों की मांग की. यह समुदाय अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी में आता है.
बाद में गडकरी ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हर समुदाय से आम तौर पर ऐसी मांगें सामने आती हैं और इस तरह के दावों से परे हटकर सोचना चाहिए.
भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने निजी तौर पर महसूस किया है कि समुदाय से अधिक से अधिक मंत्रियों के होने का यह मतलब नहीं है कि उक्त सामाजिक समूह के लोग अधिक प्रगति करेंगे.
गडकरी ने कहा, 'जब लोग अपने काम के आधार पर टिकट पाने में नाकाम रहते हैं तो वे जाति का कार्ड खेलते हैं.'
उन्होंने कहा, 'मैं पूछना चाहता हूं कि क्या जॉर्ज फर्नांडीस (पूर्व केंद्रीय मंत्री) का संबंध किसी जाति से था? वह किसी जाति से संबंधित नहीं थे... वह ईसाई थे. क्या इंदिरा गांधी जाति के आधार पर सत्ता में आयीं?'
उन्होंने कहा, 'क्या अशोक गहलोत आपकी जाति से है? लेकिन वह राजस्थान के मुख्यमंत्री बने जब अन्य जाति के लोगों ने उनकी मदद की.'