नई दिल्ली : दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के बाद राष्ट्रीय राजधानी से सटे राज्यों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती इलाके, जैसे इंदिरा पुरी और गुरुद्वारा रोड को भी हाई एलर्ट पर रखा गया है. इन सीमावर्ती इलाकों में किसी प्रकार की हिंसा तो नहीं हुई लेकिन वहां के स्थानीय लोगों में हिंसा फैलने का भय साफ देखा जाने लगा था.
दिल्ली हिंसा के बाद सीमावर्ती इलाकों में क्या हैं हालात. इसका जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम इन सीमावर्ती इलाकों में पहुंची और आमजन से बात की.
दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों का ईटीवी भारत ने लिया जायजा. दिल्ली की सीमा से सटे इंदिरा पुरी के एक निवासी ने बताया, 'हमारे क्षेत्र से कुछ दूरी पर ही सांप्रदायिक दंगे हुए थे, लेकिन हमारी कॉलोनियों में अब तक कुछ भी अप्रिय घटना नहींं घटी है. घटना के बाद से ही इस इलाके में पुलिस की व्यवस्था बढ़ा दी गई थी. यहां सब सामान्य है.'
इलाके के दूसरे निवासी ने भी कुछ ऐसा ही अनुभव ईटीवी भारत के साथ साझा करते हुए बताया, 'हमारे इलाके में हिन्दू-मुस्लिम की मिश्रित आबादी है, लेकिन हम सब एक साथ मिलकर यहां रहते है.'
हालांकि दिल्ली में हिंसा भड़कने के बाद एहतियातन कुछ स्कूलों को बंद कर दिया गया था, ऐसे स्कूलों में गुरुद्वारा स्कूल भी एक है, जिसे बंद कर दिया गया था और अभी इस स्कूल का उपयोग अर्धसैनिक बलों द्वारा किया जा रहा है.
गुरुद्वारा रोड पर रहने वाले एक स्थानीय ने बताया कि 'गुरुद्वारा रोड हिंसा प्रभावित इलाकों से सटा हुआ है, लेकिन यहां कुछ नहीं हुआ है, यहां सब सामान्य है. यहां हाल के दिनों में शादी समारोह शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ.'
वहीं ड्यूटी पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बीते रविवार से ही पूरे इलाके में पुलिस गश्त कर रही है. पुलिस ने दिल्ली और यूपी को जोड़ने वाली सड़कों पर बैरिकेड लगा रखा है.
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जब हमारे संवाददाता ने बैरिकेड के पास खड़े पुलिस अधिकारियों से बात की तो उनका कहना था, 'हमलोग रविवार से ही यहां पर बैरिकेड लगाकर चौकसी बरत रहे हैं ताकि कोई भी समाज विरोधी या दंगाई इस इलाके में प्रवेश न कर पाए.'