नई दिल्ली : बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती है. चेस्ट इन्फेक्शन के चलते भर्ती हुए दलाई लामा की तबीयत अब स्थिर है. उनके प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी दी.
बौध्द धर्मगुरु दलाई लामा का वीडियो. प्रवक्ता तेनजिन टकला ने कहा कि 83 वर्षीय तिब्बती आध्यात्मिक गुरु चिकित्सा के तहत अगले दो से तीन दिन अस्पताल में बिताएंगे.
तेनजिन ने बताया कि मंगलवार को तबियत बिगड़ने के चलते दलाई लामा को धर्मशाला से दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया है. बताया जा रहा है कि दलाई लामा अक्सर दिल्ली के निजी अस्पताल में उपचार कराने आते रहे हैं.
बता दें कि दलाई लामा ने 1959 में भारत में शरण ली थी. तभी से उत्तर भारतीय पहाड़ी शहर उनका मुख्यालय रहा है.
उन्होंने पिछले सप्ताह नई दिल्ली में शिक्षकों और छात्रों के एक सम्मेलन को संबोधित किया. चीन के साथ तिब्बत के भविष्य से संबंधित एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि वह तिब्बत के लिए स्वतंत्रता नहीं मांग रहे हैं, लेकिन पारस्परिक रूप से स्वीकार्य शर्तों के तहत चीन के साथ 'पुनर्मिलन' के पक्ष में है.
दलाई लामा ने कहा कि 'मूल रूप से हमारा पक्ष खुला है. वास्तव में कभी-कभी मैं आमतौर पर लोगों को बताता हूं कि मैं विभाजनवादी नहीं हूं, लेकिन चीनी सरकार मुझे विभाजनवादी मानती है. इसलिए चीन को लगता है कि मैं आजादी के लिए लड़ रहा हूं.' हालांकि, उन्होंने दोहराया कि वह चीन से तिब्बत की स्वतंत्रता के इच्छुक नहीं हैं.
अगले दलाई लामा को लेकर चीन के रुख पर पूछे गए सवाल पर तिब्बत के आध्यात्मिक धर्मगुरु ने कहा कि अगर मैं और 10-15 वर्षों तक जीवित रहा तब चीन में राजनीतिक स्थिति जरूर बदलेगी, लेकिन अगर अगले कुछ सालों में मेरी मृत्यु हो गई तो चीनी सरकार अवश्य यह दिखाएगी कि पुनर्जन्म चीन में हुआ.