राहत आयुक्त ने बताया कि ओडिशा में बड़ी संख्या में मोबाईल और अन्य संचार के साधन प्रभावित हुए हैं. इन सेवाओं को बहाल करने के लिए भारत सरकार से संपर्क साधा गया है.
चक्रवात फानी से ओडिशा बेहाल, CM पटनायक ने किया हवाई सर्वेक्षण, केंद्र से मांगी मदद
2019-05-05 00:09:02
संचार के साधन बहाल करने के लिए भारत सरकार से संपर्क साधा
2019-05-04 23:56:16
रबी की फसल और नारियल के पेड़ों का भारी नुकसान
विष्णुपद सेठी ने बताया कि रबी की फसल समेत बागवानी और नारियल के पेड़ों का भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि जनता के पशुधन और अन्य समान व संपत्ति के नुकसान की भी सूचना है.
कई लोगों के घायल होने की सूचना है. घायलों का पुरी में इलाज कराया जा रहा है.
विष्णुपद सेठी ने बताया कि हाई और लो ट्रांसमिशन लाइन बुरी तरह प्रभावित हैं.
2019-05-04 23:50:51
ओडिशा के स्पेशल रीलिफ कमिश्नर ने दी राहत और बचाव कार्यों की जानकारी
विशेष राहत आयुक्त विष्णु पद सेठी ने बताया कि चक्रवात का समय गुजर चुका है, लेकिन पुरी, भुवनेश्वर और अन्य स्थानों पर भारी तबाही हुई है.
राहत आयुक्त ने बताया कि उन्हें मिल रही सूचनाओं के मुताबिक पुरी जिले के अधिकांश कच्चे मकान और पुराने पक्के मकान नष्ट हो चुके हैं.
2019-05-04 23:45:33
आम लोगों की जरूरतों का ख्याल रखेगी सरकार : मुख्यमंत्री नवीन पटनायक
प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि सरकार अगले 15 दिनों तक राहत शिविरों में पका हुआ खाना मुहैया कराएगी. उन्होंने कहा कि बिजली और पीने के पानी के लिए युद्ध-स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं.
CM पटनायक ने बताया कि हालात काफी खराब हैं. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे बात की है.
बकौल CM पटनायक संचार के साधनों को दोबारा शुरू करने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है.
2019-05-04 23:43:25
फानी से प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री ने किया हवाई सर्वेक्षण
चक्रवात फानी के कमजोर पड़ने और मौसम में सुधार होने के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रभावित इलाकों का जायजा लिया. CM पटनायक ने हवाई सर्वेक्षण कर ओडिशा के प्रभावित इलाकों के बारे में जानकारी ली.
2019-05-04 23:12:28
चक्रवाती तूफान फानी से अब पश्चिम बंगाल को कोई खतरा नहीं
ओडिशा के अधिकांश हिस्सों को तबाह करने वाले चक्रवात 'फानी' से पश्चिम बंगाल को अब कोई खतरा नहीं है. मौसम विभाग का कहना है कि यह पड़ोसी देश बांग्लादेश में प्रवेश करने से पहले और कमजोर हो चुका है.
कोलकाता क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उप महानिदेशक संजय बंद्योपाध्याय ने बताया कि पूर्वानुमान के अनुसार, राज्य में, विशेष रूप से बांग्लादेश से सटे जिलों में मध्यम बारिश होगी, लेकिन शहर और आसपास के क्षेत्र में मौसम की स्थिति दिन में सामान्य रहेगी.
उन्होंने कहा, 'इस प्रणाली (चक्रवात फानी) से पश्चिम बंगाल को कोई खतरा नहीं है. पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से पहले यह भीषण चक्रवाती तूफान कमजोर हो गया था.'
ये भी पढ़ें: फानी के गुजरते ही भुवनेश्वर और कोलकाता हवाईअड्डे पर परिचालन बहाल
बंद्योपाध्याय ने कहा, 'फानी का अभी और आगे बढ़ना जारी रहेगा और अगले छह घंटों में इसके और कमजोर पड़ने की संभावना है. इसके दोपहर तक बांग्लादेश की तरफ मुड़ने की भी संभावना है.'
अधिकारी ने कहा कि कोलकाता से सटे जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है और शहर में दोपहर बाद तक आसमान साफ रहने की उम्मीद है.
पश्चिम बंगाल सरकार ने चक्रवाती तूफान के मद्देनजर हावड़ा, हुगली, झारग्राम, कोलकाता और सुंदरवन के अलावा पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों में शुक्रवार को एहतियाती कदम उठाए थे.
बताा दें कि ओडिशा में शुक्रवार को इस चक्रवाती तूफान ने भारी तबाही मचायी थी, जिसमें 12 लोगों की जान चली गई.
2019-05-04 13:45:20
बांग्लादेश की तरफ बढ़ रहा है चक्रवाती तूफान फानी
कोलकाता/भुवनेश्वर: भारतीय तटीय राज्यों में भीषण नुकसान और तबाही मचाने के बाद चक्रवातीय तूफान फानी बांग्लादेश की तरफ बढ़ रहा है. बंगाल की खाड़ी के ऊपर मंडरा रहे चक्रवातीय तूफान फानी के प्रकोप को देखते हुए बांग्लादेश ने दक्षिणपश्चिम जिलों में रह रहे पांच लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि ओडिशा की तुलना में बांग्लादेश में चक्रवात फानी का असर कम रहने की संभावना है. आपदा प्रबंधन मंत्रालय के वरिष्ठ सचिव शाह कमाल ने बताया कि दोपहर तक करीब 5,50,000 लोगों को तटीय जिलों से हटाकर सुरक्षित स्थानों या शिविरों में पहुंचाया गया है.
इस बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सभी सार्वजनिक एवं निजी संगठनों को बेहतर तालमेल कर चक्रवात का सामना करने का निर्देश जारी किया है. हालांकि प्रधानमंत्री इस वक्त लंदन की आधिकारिक यात्रा पर हैं.
2019-05-04 12:07:39
- चक्रवाती तूफान फानी के प्रभाव से शनिवार को असम के अधिकांश हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है.
- भारी बारिश को देखते हुए राज्य सरकार ने शनिवार व रविवार को जोराहाट और माजुली, गुवाहाटी और उत्तरी गुवाहाटी, धुबरी और अन्य जगहों के बीच नौका सेवाओं को बंद करने के लिए अलर्ट जारी किया है.
- गुवाहाटी में शनिवार शाम तक विमान सेवा पर प्रतिबंध लगाया गया है, वहीं पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने कोलकाता और ओडिशा जाने वाली कई ट्रेनों को रद्द करने के साथ ही कोलकाता और ओडिशा से असम आने वाली ट्रेनों को भी रद्द किया है.
- असम सरकार ने फानी को लेकर जिला प्रशासन को पहले ही अलर्ट जारी करने के साथ राज्य के कुछ संवेदनशील जगहों पर राष्ट्रीय आपदा बचाव दल की 40 टुकड़ियों की तैनाती कर दी थी.
2019-05-04 12:06:17
भीषण चक्रवाती तूफान फानी के चलते कई घंटे तक बंद रहने के बाद कोलकाता हवाईअड्डे पर शनिवार सुबह परिचालन बहाल हो गया. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अनुसार, नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीयहवाई अड्डा शुक्रवार दोपहर तीन बजे से शनिवार सुबह आठ बजे तक बंद रहा.
पढ़ें-फानीः तूफान में 'उड़ी' लड़कियां, उछल गई कार, पलटी बस, छत उड़े
कोलकाता हवाईअड्डे के प्रवक्ता ने कहा, 'अगरतला के लिए एयर इंडिया एआई 743 कोलकाता से सुबह 9.57 बजे रवाना होने वाली पहली उड़ान रही, जबकि गोएयर की जी 8 101 दिल्ली-कोलकाता में सुबह 10.10 बजे के आसपास कोलकाता में लैंड होने वाली पहली उड़ान रही.'
2019-05-04 11:23:52
ओडिशा में तबाही मचाने के बाद चक्रवाती तूफान फानी ने पश्चिम बंगाल में दस्तक दी. बंगाल में 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं हैं.
पढ़ें-ओडिशा में 'फानी' का तांडव, 12 की मौत, 12 लाख लोग शिफ्ट
2019-05-04 11:10:17
2019-05-04 11:08:48
2019-05-04 11:08:29
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान फानी ओडिशा के तट पर प्रवेश के दौरान अपेक्षाकृत कमजोर था जो बंगाल पहुंचते ही बहुत शक्तिशाली हो गया.
2019-05-04 11:08:19
पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान फानी के दस्तक देने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्तमान स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से शनिवार को बात की. प्रधानमंत्री ने त्रिपाठी के साथ अपनी बातचीत के दौरान इस बेहद खतरनाक चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हरसंभव मदद मुहैया कराए जाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
मोदी ने ट्वीट किया, 'चक्रवात फानी के मद्देनजर बंगाल के लोगों के प्रति अपनी एकजुटता भी व्यक्त की.'
2019-05-04 11:07:56
मिदनापुर के जिलाधिकारी पार्थ घोष ने फोन पर कहा, 'तेज बारिश व हवाओं से आंशिक रूप से करीब 50 घर तबाह हुए हैं. प्रभावित इलाकों में रामनगर ब्लॉक एक व दो, कोनटाई ब्लॉक, इगरा व नंदाकुमार शामिल हैं.'
2019-05-04 11:07:50
उन्होंने कहा कि करीब 22,000 लोगों को उनके घरों से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हटाया गया है. इसमें से ज्यादा अपने संबंधियों के घर गए हैं. उन्होंने कहा, 'करीब 7,000 लोग आश्रयगृहों में शरण लिया है. हमने 56 बचाव आश्रयगृह खोलें हैं.'
2019-05-04 11:07:47
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उपनिदेशक जनरल संजीव बंदोपाध्याय ने कहा, 'चक्रवाती तूफान फानी ओडिशा के बालासोर से मध्यरात्रि लगभग 12.30 बजे बंगाल में प्रवेश हुआ. इसने 70-80 किलोमीटर से 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार की हवा से खड़गपुर क्षेत्र को पार किया.'
2019-05-04 11:07:22
उन्होंने कहा कि बारिश शनिवार तड़के तक जारी रहेगी और मौसम शाम तक सुधरने लगेगा.
बंदोपाध्याय ने कहा, 'इसके लगातार उत्तर, उत्तर-पूर्व दिशा में आगे बढ़ने और पूर्वी बर्दवान-हुगली सीमा पर पहुंचने और नादिया होते हुए शनिवार दोपहर तक बांग्लादेश जाने की संभावना है.'
2019-05-04 11:07:10
कोलकाता और उपनगरीय इलाकों के कुछ भागों में शुक्रवार दोपहर से मध्यम से भारी बारिश हो चुकी है. खड़गपुर में अब तक रिकॉर्ड 95 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई.
2019-05-04 11:06:57
फानी ने दिखा, मंदरमणि, ताजपुर, संदेशखाली और कोंटाई नगरों और कस्बों को बुरी तरह प्रभावित किया वहीं खड़गपुर और बर्दवान जैसे शहरों में भी यह काफी प्रभावी रहा जहां पेड़ उखड़ते चले गए और लोहे के होर्डिग्स उखड़ गए.
2019-05-04 11:06:44
मध्यरात्रि में पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से वहां भारी बारिश होने लगी और तूफान में पेड़ उखड़ते चले गए. यह पिछले कई दशकों में भारतीय उपमहाद्वीप पर आया सबसे शक्तिशाली तूफान है.
2019-05-04 11:06:39
पूर्व तट रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हावडा - चेन्नई मार्ग पर करीब 220 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. प्रशासन ने किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए विद्युत सेवा रोक दी है. इसके साथ ही हवाई सेवा पर रोक लगा दी गई. एयरपोर्ट बंद कर दिए गए हैं.
2019-05-04 09:41:39
बंगाल में तूफान फानी का कहर
तूफान फिलहाल कोलकाता से 40 किलोमीटर पश्चिम में हुगली जिले के आरामबाग के करीब है. भयावह चक्रवाती तूफान फानी की वजह से पश्चिम बंगाल में तेज बारिश व हवाएं चल रही हैं. इससे पूर्वी मिदनापुर जिले में 50 घर तबाह हुए हैं.
तूफान के पश्चिम बंगाल में पहुंचने के मद्देनजर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले 48 घंटे के लिये पूर्वनियोजित अपनी सभी चुनावी रैलियों को रद्द कर दिया है और स्थिति पर नजर रख रही हैं.
इससे पहले फानी ने ओडिशा में भारी बारिश और 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली प्रचंड हवाओं के साथ चक्रवाती तूफान 'फानी' ने शुक्रवार सुबह ओडिशा तट पर दस्तक दी. इससे कम से कम आठ लोग मारे गये हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
तटीय राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया गया है और मछुआरों को समुद्र में नहीं उतरने को कहा गया है.
ओडिशा में तूफान के कारण कई पेड़ उखड़ गये और झोपड़ियां उजड़ गयीं. साथ ही कई शहर और गांव जलमग्न हो गये.
चक्रवाती तूफान फानी ने सुबह करीब आठ बजे राज्य की धार्मिक नगरी पुरी में दस्तक दी. बांग्ला में इस तूफान का नाम 'फानी' उच्चारित किया जाता है, जिसका अर्थ 'सांप का फण' है. भारी बारिश के कारण प्रभावित इलाकों में स्थित घर डूब गये.
वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक अब तक कम से कम आठ लोग मृत बताए जा रहे हैं. कई इलाकों से सूचना का इंतजार है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुरी जिले में एक किशोर सहित तीन लोगों,भुवनेश्वर और आसपास के इलाकों में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है. एक कंक्रीट के मलबे की चपेट में आने से नयागढ़ में एक महिला की मौत हो गई जबकि केंद्रपाड़ा जिले में एक राहत शिविर में एक बुजुर्ग महिला की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्थिति की समीक्षा की है. उन्होंने कहा कि पुरी जिला को भारी नुकसान पहुंचा है, जहां चक्रवात ने सबसे पहले दस्तक दी.
उन्होंने कहा, 'बिजली आपूर्ति का बुनियादी ढांचा पूरी तरह से नष्ट हो गया. बिजली आपूर्ति बहाल करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है.' बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए सैकड़ों इंजीनियर और तकनीशियन युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं.
पटनायक ने कहा कि सड़क संपर्क बहाल करने के लिए कार्य जारी है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि चक्रवात अब भी ओडिशा से गुजर रहा है. नुकसान के आकलन करने में वक्त लगेगा.
भुवनेश्वर स्थित मौसम विभाग केंद्र के निदेशक एचआर विश्वास ने फानी के दस्तक देने के शीघ्र बाद बताया कि चक्रवात करीब 30 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है.
हालांकि, कुछ देर के अंदर हवाओं ने 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ ली. राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में भी नुकसान पहुंचा है.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के डीआईजी रणदीप राणा ने कहा कि एहतियात बरतने की वजह से अब तक अधिक लोगों के हताहत होने की खबर नहीं है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य प्रशासन ने चक्रवात से पहले करीब 10,000 गांवों और 52 शहरी इलाकों से करीब 11 लाख लोगों को हटा लिया था जो देश में प्राकृतिक आपदा के समय संवेदनशील जगहों से लोगों को निकालने का संभवत: अब तक का सबसे बड़े पैमाने पर किया गया बचाव कार्य है.
ये सभी लोग 4,000 से अधिक शिविरों में ठहरे हुए हैं जिनमें से विशेष रूप से चक्रवात के लिये बनाये गये 880 केंद्र शामिल हैं.
विशेष राहत आयुक्त बी पी सेठी ने बताया कि चक्रवाती तूफान के दस्तक देने के बाद से यह खुर्दा, कटक, जयपुर, भद्रक और बालेश्वर की ओर बढ़ रहा है. इसके बाद यह पश्चिम बंगाल में दस्तक देगा. उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर में करीब 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तूफान ने दस्तक दी.
राज्य की राजधानी भुवनेश्वर एवं अन्य कई इलाकों में संचार लाइनें बाधित हो गयी हैं. मोबाइल टावर क्षतिग्रस्त हो गये हैं और कई जगहों पर बिजली की आपूर्ति ठप हो गयी है. भुवनेश्वर से मिली खबर के अनुसार कई पेड़ टूटकर गिर गये हैं जिससे सड़कें बाधित हो गयी हैं. पुरी, खुर्दा और कटक जिलों में फूस के मकान और पुराने मकानों को बड़े पैमाने पर नुकसान होने की खबर है. उन्होंने बताया कि ग्रीष्मकालीन फसलों और बागानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है.
राष्ट्रीय टीवी चैनलों ने भुवनेश्वर में एक बस को तेज हवाओं के प्रभाव से डगमगाते दिखाया गया है. वहीं एक पुलिस बूथ राजमार्ग पर 200 फुट तक घसीट कर चला गया. भुवनेश्वर हवाई अड्डा शुक्रवार को भी बंद रहा जबकि पारादीप और गोपालपुर बंदरगाह भी एहतियाती कदम उठाते हुए बंद कर दिए गए थे.
एक अधिकारी ने बताया कि भुवनेश्वर हवाईअड्डा पर उपकरणों को भारी नुकसान पहुंचा है लेकिन उड़ानों का परिचालन शनिवार दोपहर एक बजे से शुरू होने की उम्मीद है.
रेलवे चक्रवात प्रभावित ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के लिए राहत सहायता सामग्री मुफ्त में पहुंचाएगा. रेलवे ने इस सिलसिले में कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं और सभी डिविजनल रेलवे मैनजरों को पत्र लिख कर कहा है कि सभी सरकारी संगठन प्रभावित राज्यों के लिए राहत सामग्री मुफ्त में बुक कर सकते हैं.
ओडिशा में फानी के दस्तक देने के बाद पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल भी इसके प्रकोप से खुद को बचाने के लिये तैयारी कर रहा है.
कोलकाता में बादल घिरे हैं और शुक्रवार सुबह से कई अन्य इलाकों में भी बारिश हुई है. राज्य की राजधानी के कई हिस्सों में जलजमाव हो गया है.
मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, 'चक्रवात सप्ताहांत तक पश्चिम बंगाल में दस्तक दे सकता है. 100 और 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.' पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर सहित कई जिलों, उत्तर और दक्षिण 24 परगना के अलावा हुगली, झारग्राम, कोलकाता और सुंदरबन के भी चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है. इसके बाद बांग्लादेश की ओर बढ़ते हुए इसका असर कम होता जायेगा.
नयी दिल्ली स्थित विमानन नियामक संस्था डीजीसीए ने बताया कि कोलकाता हवाईअड्डे पर शुक्रवार दिन में तीन बजे से शनिवार सुबह आठ बजे तक न तो कोई विमान हवाईअड्डा पर उतरेगा और न ही वहां से उड़ान भरेगा.
नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार को कई ट्वीट कर बताया कि सभी एयरलाइनों को चक्रवात फानी से प्रभावित यात्रियों की चिंताओं पर निश्चित रूप से तत्काल जवाब देना चाहिए.
उन्होंने ट्वीट किया, 'हम सभी चक्रवात फानी के चलते फंसे हुए जरूरतमंद लोगों को मदद उपलब्ध कराने के लिये तैयार हैं. प्रभावित यात्रियों की सहायता के लिये नियंत्रण कक्ष, हेल्पलाइनें हर समय चालू हैं. सभी एयरलाइनों को निश्चित रूप से यात्रियों की चिंताओं पर तत्काल जवाब देना चाहिए.'
प्रभु ने यह भी कहा कि राहत एवं बचाव अभियान में प्रभावित राज्यों की मदद के लिये उनका मंत्रालय उन राज्यों की सरकारों से संपर्क में रहेगा.
गृह मंत्रालय ने कहा है कि चक्रवात 'फानी' का केंद्र सुबह 10 बजे तक स्थलीय क्षेत्र में पहुंच गया जिससे इसकी प्रचंडता कम हो गयी. हालांकि इस चक्रवात के कारण ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), नौसेना, तटरक्षक बल, सेना और वायु सेना के बचाव कर्मियों को तैनात किया गया है और केंद्र सरकार स्थिति पर करीबी नजर रख रही है
गृह मंत्रालय नियंत्रण कक्ष में हेल्पलाइन नंबर 1938 शुरू किया गया है. एनडीआरएफ ने 60 टीमों को तैनात किया है जबकि 25 टीमों को तैयार रखा है. हर टीम में 45 सदस्य होते हैं.
भारतीय नौसेना ने राहत कार्यों के लिए पूर्वी तट पर छह पोतों को तैनात किया है जबकि पांच पोतों, छह विमानों और सात हेलीकॉप्टरों को विशाखापत्तनम में तैयार रखा गया है.
वहीं, भारतीय वायु सेना ने राहत कार्यों के लिए दो सी-17 विमान तैनात किए हैं जबकि दो सी-130 और चार एएन-32 विमानों को तैयार रखा गया है. भारतीय तटरक्षक बल ने छह पोत तैनात किए हैं और छह पोतों को तैयार रखा है.
शिलांग से प्राप्त खबर के मुताबिक मेघालय सरकार ने चक्रवात फानी के मद्देनजर राज्य में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की एक पलटन तैनात करने की मांग की है.
गुवाहाटी से प्राप्त समाचार के मुताबिक असम सरकार ने सभी जिला उपायुक्तों और संबद्ध एजेंसियों को अलर्ट पर रहने को कहा है.