हैदराबाद : देश में कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए पिछले 24 घंटे में 14,92,409 नमूनों की जांच की गई. इस तरह, देश में अब तक करीब सात करोड़ जांच हुई है. वहीं, संक्रमित होने की दर 8.44 फीसदी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी.
मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार तक प्रति 10 लाख की जनसंख्या पर 49,948 जांच हुई. प्रतिदिन जांच में वृद्धि होना देश में (कोविड-19 की) जांच के बुनियादी ढांचे के संकल्पबद्ध विस्तार को दर्शाता है.
मंत्रालय ने कहा कि साक्ष्यों से यह खुलासा हुआ है कि जांच दर अधिक होने से संक्रमण की दर कम हो जाती है. वैसे राज्य जहां जांच दर अधिक है, वहां संक्रमण दर में क्रमिक रूप से कमी आ रही है.
मंत्रालय ने कहा कि भारत कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में ऐतिहासिक मुकाम पर पहुंच गया है. यह एक बड़ी उपलब्धि है कि एक दिन में देश में रिकॉर्ड संख्या में करीब 15 लाख नमूनों की जांच हुई और कुल जांच की संख्या बढ़कर 6,89,28,440 हो गई.
दिल्ली
दिल्ली में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. राजधानी में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3,827 मामले सामने आए हैं, जिसके बाद राजधानी में कोरोना के कुल मामले 2,64,450 हो गए हैं. वहीं, पिछले 24 घंटे में 24 मरीजों की मौत हो चुकी है और अब तक कुल 5147 की मौत हो गई हैं. वहीं ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. वहीं दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या 2,000 के पार पहुंच गई है.
कोरोना के बढ़ते मामले और इससे हो रही मौतों के बीच दिल्ली में कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. गुरुवार को जारी हेल्थ बुलिटिन की मानें तो दिल्ली में रिकवरी रेट 86.38 फीसदी पर पहुंच गया है. पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना से कुल 4061 लोग ठीक हुए हैं. इसके साथ ही दिल्ली में अब तक कुल 2,28,436 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं. कोरोना से हुई मौत और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या हटा दें तो दिल्ली में अभी कोरोना के कुल 30867 एक्टिव मरीज है.
दिल्ली सरकार द्वारा जारी हेल्थ बुलिटिन की मानें तो पिछले 24 घंटे के दौरान दिल्ली में 59134 टेस्ट हुए हैं. दिल्ली में अब तक कोरोना के कुल 28,15,650 टेस्ट हो चुके हैं. पिछले 24 घंटे के दौरान दिल्ली में RT-PCR से 11797 तो वही 47,337 एंटीजन टेस्ट हुए हैं.
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को कहा कि अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों का उपचार कर रहे डॉक्टरों को कोविड-19 खंड में सात दिनों के अंतराल पर और बीच में एक दिन छुट्टी के साथ बाकी दिन गैर कोविड-खंड में काम करना चाहिए.