पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहली वर्चुअल रैली में संबोधन का रिकॉर्ड बना. ढाई घंटे से भी अधिक समय तक मुख्यमंत्री लगातार बोलते रहे. इस दौरान उन्होंने 15 सालों में अपनी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा की.
लालू और तेजस्वी पर निशाना
सीएम ने सड़क, पुल, स्वास्थ्य, शिक्षा, युवा और अल्पसंख्यक हर वर्ग के लिए जो भी काम किए गए, उसे जनता के बीच रखने की कोशिश की. इसी के साथ ही संबोधन के बीच में उन्होंने लालू और तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना निशाना भी साधा.
बिहार विधानसभा चुनाव का फूंका बिगुल
कहा जा सकता है कि सीएम नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गलत हाथों में सत्ता जाने पर फिर से बिहार में सब कुछ गड़बड़ हो जाएगा. नई पीढ़ी को पुरानी बात बताना इसलिए और भी ज्यादा जरूरी है.
विकास के हर क्षेत्र की चर्चा
जेडीयू कार्यालय के नए कर्पूरी सभागार में मुख्यमंत्री ने अपने लंबे संबोधन में सरकार की ओर से किए गए सभी कामों की चर्चा की. कोरोना के समय नीतीश सरकार जो कदम उठा रही है उसे भी बताया. साथ ही बाढ़ राहत के लिए सरकार जो काम कर रही है उसकी भी जानकारी दी.
कानून व्यवस्था को लेकर भी मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियां दोहराई. अल्पसंख्यकों को रिझाने के लिए भागलपुर दंगा से लेकर मदरसा शिक्षकों और कब्रिस्तान की घेराबंदी तक की चर्चा की. मुख्यमंत्री ने अपने लंबे संबोधन में शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो जिसपर जिक्र न किया हो.