देहरादून: उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली है, जिस वजह से पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी देखने को मिल रही है, इससे ठंड में भी इजाफा हुआ है. इस कारण केदारनाथ धाम और भगवान बदरीनाथ के कपाट बंद कर दिए गए.
जहां एक तरफ 29 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गये थे. तो वहींस, दूसरी ओर भगवान बदरीनाथ के कपाट 17 नवंबर से शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे
पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी से प्रदेश में ठंड में भी इजाफा हुआ है. बदरीनाथ धाम के आसपास पहाड़ियों पर एक बार फिर से बर्फवारी हुई है. बर्फ पड़ने से बदरीनाथ धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. बर्फबारी, बारिश और ओलावृष्टि के साथ ही सर्द हवाएं चलने से निचले इलाकों में ठंड में बढ़ोतरी हुई है.
तीर्थयात्रियों ने ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लिया है. चमोली जिले में रविवार को दोपहर बाद से मौसम का मिजाज बदल गया. बदरीनाथ धाम की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई, जबकि निचले क्षेत्रों में कहीं-कहीं बारिश हुई. इससे धाम में ठंड बढ़ गई है. ठंड से बचने के लिए नगर पंचायत बदरीनाथ की ओर से अलाव की व्यवस्था की गई है.
मुनस्यारी की ऊंची चोटियों पर भी हिमपात से निचले इलाकों में ठंड बढ़ने लगी है. रविवार शाम को मुनस्यारी में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई. शनिवार देर शाम से ही मुनस्यारी की पंचाचूली, राजरंभा, हंसलिंग, छिपलाकेदार चोटियों पर बर्फ गिरने के साथ ही बारिश शुरू हो गई थी. ताजा तस्वीरों में हिमपात के बाद चोटियां सफेद बर्फ से ढकी नजर आ रही हैं.
उधर, धारचूला की ऊंची चोटियों पर भी हिमपात हुआ है. गुंजी, गर्ब्यांग, नाभी और कालापानी क्षेत्र में शनिवार की देर शाम बर्फबारी हुई.