रायपुर : छत्तीसगढ़ के कोरिया के मनेंद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल एसईसीएल चिरमिरी कार्यालय में तालाबंदी करने पहुंचे थे. इस दौरान मनेंद्रगढ़ विधायक के समर्थक और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई.
जानकारी के मुताबिक, विनय जायसवाल एसईसीएल चिरमिरी कार्यालय के सामने धरने पर बैठे थे और नारेबाजी कर रहे थे. इस दौरान विधायक के समर्थक और पुलिसकर्मियों के बीच टकराव हो गया.
पुलिस और विधायक के समर्थकों में झड़प बिलासपुर सीएमडी ऑफिस के घेराव की चेतावनी
दरअसल, पिछले 18 महीने से साउथ ईस्ट कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) चिरमिरी से 32 बर्खास्त श्रमिकों के मामले पर विधायक विनय जायसवाल ने एसईसीएल कार्यालय का घेराव किया था.
विधायक का कहना है कि बर्खास्त मजदूरों को बहाल किया जाए. श्रमिकों को काम नहीं मिलने के कारण अब उन्हें परिवार का पालन पोषण करने में दिक्कतें हो रही हैं. आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, ऐसे में वह अपना परिवार कैसे चलाएं.
32 श्रमिकों को एसईसीएल प्रबंधन ने किया बर्खास्त
विधायक ने बताया कि गलत तरीके से जांच होने के कारण 32 श्रमिकों को एसईसीएल प्रबंधन ने बर्खास्त कर दिया गया था, जिनकी बहाली के लिए वह एक साल से मांग कर रहे हैं. लेकिन प्रबंधन ने एक न सुनी और आखिर में आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा.
विधायक ने एसईसीएल प्रबधंन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुईं, तो वह बिलासपुर सीएमडी ऑफिस का घेराव करेंगे.
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विनय अग्रवाल ने बताया कि जांच अधिकारी और प्रबंधन के लोग मिले हुए हैं, जो श्रमिकों को गलत ठहराकर बर्खास्त कर रहे हैं. लोगों की इस साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि प्रबंधन लगभग 550 कर्मियों के खिलाफ फर्जी जांच करा रहा है, जिसमें से 32 लोगों को बर्खास्त कर अनाथ कर दिया है. ऐसे में उनके सामने परिवार चलाने की दिक्कत खड़ी हो गई है.