लेह :मेजर जनरल अरविंद कपूर ने बताया कि मंगलवार को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मनोज मुकुंद नरवणे ने लद्दाख का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने फ्रंटलाइन यूनिट्स और फॉर्मेशन्स का इंस्पेक्शन और हैबिटेट इन्फ्रास्ट्रक्चर को देखा.
मेजर जनरल अरविंद कपूर ने कहा कि भारतीय सेना को अपने हर एक यूनिट पर गर्व है और यह गर्व उस समय और बढ़ जाता है, जब वह लद्दाख में तैनात होता है और यह गर्व इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि हर यूनिट का जवान, जो उस समय लद्दाख में है उनका हर जवान कम से कम एक बार यहां रह कर जाता है. इसलिए वह यहां के हालात और मौसम से अच्छी तरह वाकिफ होता है. इसलिए वह डरता नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि आज हमारा सिस्टम इतना अच्छा हो गया है कि आज विदेशी हमारे सिस्टम को अपना रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि लद्दाख जैसी जगह में ऑपरेशनल लॉजिस्टिक 'फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स' के लिए बहुत मायने रखता है. पिछले 20 सालों में हम इसमें महारत हासिल कर चुके हैं. बेस्ट क्वालिटी राशन और इक्विपमेंट्स फ्रंटलाइन पर तैनात हर जवान को उपलब्ध करवाए जाते हैं.
बता दें कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव के बीच सेना ने लद्दाख में लंबी सर्दी के लिए पूरी तैयारी कर ली है. गर्मी प्रदान करने वाले उपकरणों और जलवायु अनुरूप कपड़ों तथा भीषण सर्दी से रक्षा करने वाले तंबुओं एवं ईंधन तक सभी आवश्यक चीजें अग्रिम मोर्चों पर पहुंच चुकी हैं.
लद्दाख क्षेत्र में सर्दी के मौसम में तापमान शून्य से काफी नीचे चला जाता है और महीनों तक यह मुख्यत: देश के शेष हिस्सों से कटा रहता है. क्योंकि भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनाव कम होने का कोई संकेत नहीं है, ऐसे में दोनों पक्षों ने भारी संख्या में अपने सैनिकों की मौजूदगी बढ़ा दी है.
तदनसुार, भारतीय सेना अपने राशन, बारूद, ईंधन के भंडार तथा सर्दी से रक्षा प्रदान करने वाले उपकरणों की उपलब्धता को मजबूत कर रही है.