रायपुर : छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. प्रदेश के कई जिलों से खबरें आ रही हैं कि कहीं हॉस्पिटल में बेड भर चुके हैं, तो कहीं सुविधा का अभाव है. इसी बीच राज्य सरकार ने गर्भवती महिलाओं के लिए अलग क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए, जिससे उन्हें परेशानी न हो लेकिन हकीकत उससे अलग है. राजधानी के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाली महिला ने ETV भारत से बातचीत में आरोप लगाया है कि सेंटर में उन्हें न तो दवा मिल रही है और न ही कोई डॉक्टर देखने आ रहा है.
यहां प्रयास हॉस्टल में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. पति के कोविड-19 संक्रमित पाए जाने के बाद यहां लगाई गई एक सात माह की गर्भवती महिला को अलग से जो सुविधा मिलनी चाहिए, वो नहीं मिल पा रही है. यहां तक कि उन्हें गर्म पानी के लिए भी मोहताज होना पड़ा रहा है. महिला ने ETV भारत से फोन पर बात की. उसने बताया कि उसके पति वार्ड ब्वॉय हैं. वे संक्रमित हुए तो उसके बाद परिवार के सदस्यों को भी क्वॉरेंटाइन किया गया. उनके साथ छोटे-छोटे बच्चे भी हैं.
गर्भवती दवा और सुविधाओं के लिए हो रही परेशान
गर्भवती महिला बताती है कि शुक्रवार को उनका सैंपल लिया गया था. अब तक रिपोर्ट नहीं आई है. पहले से चल रही दवाई और पाउडर की जरूरत है, जिसे दूध से पीना पड़ता है. लेकिन यहां पानी में पाउडर पीना पड़ रहा है.
बाहर से मंगाना पड़ा सैनिटाइजर
कुछ दिन पहले ही सरकार ने घोषणा के मुताबिक गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. सरकार ने कहा कि उनका संबंधित चेकअप कराया जाएगा. टीकाकरण होगा और दवाईयां भी दी जाएंगी. लेकिन महिला का आरोप है कि सेंटर में व्यवस्थाओं की कमी है. सैनिटाइजर भी बाहर से मंगवाना पड़ रहा है.