नई दिल्ली: अंतिम चरण के चुनाव से एक दिन पहले विपक्षी नेताओं ने अगली सरकार बनाने के लिए गठबंधन करने की कोशिशें तेज कर दी है. इसी कड़ी में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत भाकपा, राकांपा और अन्य नेताओं से मुलाकात की.
नायडू ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और उनके साथ सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने और एक संयुक्त विपक्षी गठबंधन बनाने की संभावनाओं पर चर्चा की.
इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सुबह के नाश्ते पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) नेता सुधाकर रेड्डी और डी राजा से भी मुलाकात की तथा उनसे एक साथ आने के लिए कहा.
चंद्रबाबू नायडू ने शरद पवार से मुलाकात की नायडू ने राकांपा प्रमुख शरद पवार और एलजेडी नेता शरद यादव से भी मुलाकात की. इसके अलावा नायडू ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात की.
चंद्रबाबू नायडू और शरद यादव की मुलाकात वहीं, शाम को लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती से भी मिले.
चंद्रबाबू नायडू ने मायावती से मुलाकात की टीडीपी प्रमुख, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी, आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी समेत विभिन्न विपक्षी नेताओं से कई दौर की चर्चा कर चुके हैं.
सूत्रों के मुताबिक नायडू ने सभी नेताओं से कहा कि भाजपा को बाहर रखकर अगली सरकार बनाने के लिए हमें एक साथ आना चाहिए और मिलकर काम चाहिए.
सूत्रों ने बताया कि नायडू ने गांधी से यह भी कहा कि अगर भाजपा को पर्याप्त सीटें नहीं मिलती हैं और फिर भी सरकार बनाने का दावा करती है तो ऐसी स्थिति में रणनीति तैयार रखनी चाहिए.
नायडू की तेदेपा राजग का हिस्सा रही है और उसने कुछ महीने पहले गठबंधन छोड़ दिया था. नायडू ने शुक्रवार को कहा था कि न केवल तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) बल्कि भगवा पार्टी का विरोध करने वाले किसी भी दल का महागठबंधन में स्वागत है.
बता दें, विपक्षी दल अगली सरकार बनाने के लिए संयुक्त भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने पर जोर दे रहे हैं.
जानकारी देते ईटीवी भारत संवाददाता लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को घोषित होने के बाद विभिन्न विपक्ष दलों के बीच चर्चा तेज हो सकती है.
सभी गैर राजग दलों को एक साथ लाने के प्रयासों के बीच में कर्नाटक के मुख्यमंत्री और जद(एस) नेता एच डी कुमारस्वामी ने कांग्रेस तथा उनकी पार्टी के सदस्यों से एक-दूसरे के खिलाफ विवादित बयान ना देने का उन्होंने अनुरोध किया.
उन्होंने ट्वीट किया, 'हम केंद्र में नयी सरकार बनाने की कगार पर हैं. इस मोड़ पर जब केंद्र में गैर भाजपा सरकार बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं तो ऐसे में गठबंधन नेताओं के विरोधाभासी बयान ऐसे प्रयासों को बिगाड़ सकते हैं.'
कुमारस्वामी ने कहा, 'इसलिए दोनों पार्टियों के नेताओं से मेरा विनम्र अनुरोध है कि जनता में विरोधाभासी-विवादित बयान देने से बचे.'
बहरहाल, पूर्व प्रधानमंत्री और जद(एस) नेता एच डी देवेगौड़ा ने कहा कि वे सभी एकजुट हैं और कांग्रेस अगली सरकार बना रही है.
कर्नाटक में पिछले कुछ समय से कांग्रेस और उसकी गठबंधन की सहयोगी जद(एस) के बीच वाकयुद्ध चल रहा है.