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कृषि कानून का विरोध : हिरासत में ली गईं पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर - पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर

पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल को उनके समर्थकों के साथ चंडीगढ़-जीरकपुर सीमा पर आने के बाद गुरुवार को चंडीगढ़ पुलिस ने हिरासत में लिया था. इसके अलावा अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और एक अन्य नेता विक्रम मजीठिया को भी हिरासत में लिया गया है.

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Published : Oct 1, 2020, 10:23 PM IST

Updated : Oct 1, 2020, 10:43 PM IST

चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ने कृषि कानूनों का विरोध कर रहे अकाली दल के कई नेताओं को हिरासत में लिया है. अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को भी हिरासत में लिया गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल को भी हिरासत में लिया गया है.

हरसिमरत कौर को जीरकपुर-चंडीगढ़ सीमा पर हिरासत में लिया गया. पुलिस ने जिन अन्य नेताओं को हिरासत में लिया है इनमें डेरा बस्सी के विधायक एनके शर्मा, भूपिंदर सिंह भुंडर और यूथ अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष परमबंस सिंह रोमाना शामिल हैं.

हिरासत में ली गईं पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर

पुलिस ने उन्हें वापस धकेलने के लिए हल्के लाठीचार्ज का भी सहारा लिया.

दिलचस्प है कि संसद के मानसून सत्र के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा था सरकार ने कृषि कानूनों को लेकर सभी पक्षों को भरोसे में नहीं लिया है. अकाली दल ने किसानों के हित में खड़े रहने की बात कही थी.

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बता दें कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कुछ दिनों पहले कृषि से जुड़े विधेयकों का विरोध करते हुए संवाददाताओं से कहा था कि शिअद किसानों और उनके कल्याण के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है. हालांकि, यह भी दिलचस्प है कि सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब विधान सभा सत्र के ठीक एक दिन पहले को 28 अगस्त, 2020 को कहा था कि किसानों को मिलने वाला न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रभावित नहीं होगा.

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गौरतलब है कि पंजाब में पैठ रखने वाली पार्टी अकाली दल ने लोक सभा में विधेयक पर चर्चा के दौरान किसानों के हित से खिलवाड़ का आरोप लगाया था.

कई किसान संगठनों ने इस आशंका से विरोध किया है इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रणाली द्वारा किसानों को प्रदान किया गया सुरक्षा कवच कमजोर होगा. दूसरी ओर किसानों के हित में होने का दावा कर रहीं विपक्षी पार्टियों की ओर से सरकार पर हमले किए जा रहे हैं.

Last Updated : Oct 1, 2020, 10:43 PM IST

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