नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू होने का कुछ खास असर देखने को नहीं मिल रहा है. नियमों की धज्जियां उड़ने से जिले में लगातार वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बढ़ रहे एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने से सांस लेने की समस्या, आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ने लगी है. सीपीसीबी (सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड) के जारी आकंड़ों के मुताबिक नोएडा के एक्यूआई 363 और ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 386 है.
दिल्ली की हवा में घुल रहा जहर, गुणवत्ता- 'बहुत खराब' और 'गंभीर' - Central Pollution Control Board
दिल्ली के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बढ़ रहे एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने से सांस लेने की समस्या, आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ने लगी है. सीपीसीबी (सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड) के जारी आकंड़ों के मुताबिक नोएडा के AQI 363 और ग्रेटर नोएडा का AQI 386 है.
पढ़ें -दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बरकरार
हवा की सेहत चिंताजनक
15 अक्टूबर से जिले में GRAP लागू है. ऐसे में नियमों की अनदेखी पर यूपीपीसीबी लगातार कार्रवाई कर रहा है. हवा की रफ्तार धीमी होने से उद्योग और वाहनों से निकलने वाले धुएं का असर धुंध के रूप में देखने को मिल रहा है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में सुबह और शाम होने से पहले ही स्मॉग के रूप में धुंध छा जाती है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में यूपीपीसीबी लगातार कार्रवाई कर रहा है, ग्रेप लागू है, लेकिन कोई खास असर दिखाई नहीं दे रहा है. डॉक्टर की सलाह के मुताबिक एक्यूआई बढ़ने से कोरोना के मरीजों की समस्या बढ़ेगी. वहीं बुजुर्ग, बच्चे, ह्रदय रोगी सहित अस्थमेटिक मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.