पटना : बिहार के मुंगेर में दशहरे के अवसर पर मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हुई हिंसक झड़प में एक युवक की मौत के बाद गुरुवार को निर्वाचन आयोग ने मुंगेर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल हटाने के आदेश दिए हैं. निर्वाचन आयोग ने मुंगेर के हालात को देखते हुए जिलाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को हटाने का आदेश दिया है. इसके साथ ही पूरे मामले की जांच मगध के डिविजन कमिश्नर को दे दी गई है, जो सात दिन में अपनी रिपोर्ट सौपेंगे.
वहीं, रचना पाटिल को मुंगेर डीएम की जिम्मेवारी दी गई है. साथ ही आईपीएस मानवजीत सिंह ढिल्लो मुंगेर के एसपी बनाये गए हैं. मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा पर कार्रवाई करते हुए यह जिम्मेवारी दी गई है.
डीआईजी मनु महाराज सड़कों पर उतरे
शांति व्यवस्था कायम करने के लिए डीआईजी मनु महाराज सड़कों पर उतर गए हैं. वे लोगों से लगातर अपील कर रहे हैं कि कानून को हाथ में ना लें और शांति व्यवस्था कायम करने में पुलिस की मदद करें.
ईटीवी भारत के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जिले में थाने को उग्र भीड़ ने आग के हवाले किया है जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हैं. उन्होंने कहा कि तत्काल बासुदेवपुर थाना प्रभारी सुशील कुमार सिंह मुफस्सिल थाना प्रभारी बृजेश कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है, साथ ही उन्होंने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है. मनु महाराज ने लोगों से अपील की है कि शांति व्यवस्था कायम करने में पुलिस की मदद करें.
इससे पहले मुंगेर में गुरुवार को आक्रोशित भीड़ फिर से सड़कों पर उतर गई और वासुदेवपुर आउटपोस्ट (ओपी) तथा पूरबसराय ओपी पर पथराव किया और आग लगा दी. वासुदेवपुर ओपी में तैनात एक अधिकारी ने बताया कि 150 से 200 लोगों ने अचानक थाने पर पथराव कर हमला कर दिया और आग लगा दी. उन्होंने बताया किसी तरह हम लोगों ने बचकर जान बचाई.