चंडीगढ़: पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का खबरें प्रायः आती रहती हैं. इसी के चलते भारत सरकार ने नागरिकता संसोधन कानून पास किया, जो 2014 से पहले पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए शरणार्थियों को नागरिकता देता है.
आपको बता दें कि पाकिस्तान से 50 हिंदू परिवार आज हरिद्वार जाने के लिए 25 दिन के वीजा पर भारत पहुंचे हैं.
वहीं पाकिस्तानी हिंदू लक्ष्मण दास ने कहा कि 'हरिद्वार में पवित्र स्नान करने के बाद, मैं अपने भविष्य के बारे में सोचूंगा. हालांकि, मैं भारत में रहना चाहता हूं.'
बीते दिनों राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नागरिकता संसोधन कानून को महात्मा गांधी की इच्छा के अनुरुप बताते हुए साफ कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर होने वाले अत्याचार के मद्देनजर इस कानून का लाया जाना अपरिहार्य था.
पाकिस्तान से 50 हिंदू परिवार पहुंचे भारत उन्होंने कहा कि विभाजन के बाद बने माहौल में गांधीजी ने साफ कहा था कि 'पाकिस्तान के हिंदू और सिख, जो वहां नहीं रहना चाहते, वे भारत आ सकते हैं, उन्हें सामान्य जीवन मुहैया कराना भारत सरकार का कर्तव्य है.
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राष्ट्रपति ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार और बढ़ा है और ननकाना साहिब की घटना इसका ताजा प्रमाण है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे अत्याचार की निंदा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा था कि यह हम सभी का दायित्व है कि विश्व के सामने पाक के ऐसे कृत्यों को बेनकाब किया जाए.
आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ देशभर में कई विरोध के स्वर सामने आए हैं, लेकिन इसके बावजूद देश का एक बड़ा हिस्सा ऐसा भी है, जो इस कानून का समर्थन कर रहा है.