बाराबंकी :जिले के रामनगर तहसील के गांवों में सूबे के खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री सतीश शर्मा बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटने पहुंचे थे. वह इलाके के पौराणिक लोधेश्वर महादेवा मंदिर में दर्शन के लिए भी पहुंचे थे. इस दौरान उनका शिवलिंग के पास अरघे में हाथ धोने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. सपा और कांग्रेस ने मामले पर कड़ी नाराजगी जताई. मंत्री को पद से हटाने की मांग भी कर डाली. वहीं विवाद बढ़ने पर मंत्री ने माफी भी मांग ली. कहा कि वह सपने में भी सनातनी आस्था के अनादर की बात नहीं सोच सकते. वहीं, मंदिर के पुजारी का कहना है कि राज्य मंत्री के हाथ में प्रसाद की सामग्री लगी थी, लिहाजा अरघे में हाथ धुलवाया गया. इसमें कुछ भी गलत नहीं है.
27 अगस्त का है वीडियो :बाराबंकी जिले के रामनगर स्थित पौराणिक लोधेश्वर महादेव मंदिर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में प्रदेश के खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री सतीश शर्मा शिवलिंग की स्थापना के लिए बने घेरे में हाथ धोते दिखाई दे रहे हैं. उनके साथ प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद भी मौजूद हैं. वीडियो 27 अगस्त का बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि सतीश शर्मा और जिले के प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद रामनगर तहसील के हेतमापुर गांव में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करने पहुंचे थे. इसी दौरान दोनों ने पौराणिक मंदिर में पूजा-अर्चना की थी.
सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप :घटना पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए राज्य मंत्री पर सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया और उन्हें पद से हटाने की मांग की है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेन्द्र राजपूत ने कहा, 'शिवलिंग के अरघे में हाथ धोना अधर्मी कार्य है. यह वही आदमी कर सकता है जिसे सनातन धर्म की परवाह न हो. भगवान शिव का यह अपमान भाजपा के मंत्री ने किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चाहिए कि वह इस धर्म विरोधी कार्य के लिए उन्हें बर्खास्त करें. सपा के वरिष्ठ नेता सुनील सिंह ने कहा, यही काम अगर किसी और जाति के नेता ने किया होता तो अब तक भाजपाइयों ने उसका निष्कासन करा दिया होता. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस अधर्मी मंत्री का निष्कासन कब करेंगे.