हरिद्वार (उत्तराखंड): योग गुरु स्वामी रामदेव ने एलोपैथिक डॉक्टरों के सबसे बड़े संगठन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. हरिद्वार में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए स्वामी रामदेव और पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा पतंजलि योगपीठ को फटकार लगाए जाने की खबरों को गलत बताया. उन्होंने कहा कि पतंजलि योगपीठ और आयुर्वेद को टारगेट किया जा रहा है. कुछ मेडिकल माफिया योग और आयुर्वेद की उपलब्धियों को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए पतंजलि के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है.
एविडेंस बेस्ड रिसर्च किए: योग गुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने आज पतंजलि विश्वविद्यालय के सभागार में संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित करते हुए पतंजलि आयुर्वेद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देकर की जा रही चर्चाओं को प्रोपेगेंडा बताया. उन्होंने कहा कि पतंजलि योगपीठ की ओर से किसी भी तरह का भ्रामक प्रचार नहीं किया जा रहा है. संस्थान ने सैकड़ों करोड़ों रुपए खर्च कर एविडेंस बेस्ड रिसर्च किए हैं, जिसके आधार पर चिकित्सा की जाती है. उन्होंने कहा कि कोर्ट का निर्णय आने से पहले प्रोपेगेंडा फैलाना गलत है. कोर्ट की लड़ाई कानूनी ढंग से लड़ी जाएगी.
मीडिया के सामने पेश किए सबूत: रामदेव ने आगे कहा, वो सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं. यदि हम झूठे विज्ञापन या प्रोपेगेंडा करें तो हम पर करोड़ों का जुर्माना लगाएं या हमें फांसी की सजा भी दें, तो हमें आपत्ति नहीं होगी. हम झूठा प्रचार नहीं कर रहे हैं. योग आयुर्वेद, नेचुरोपैथी, पंचकर्म, षट्कर्म की सैकड़ों थेरेपी, उपवास व उपासना पद्धति के इंटीग्रेटेड ट्रीटमेंट से हमने लाखों लोगों को रोगमुक्त किया है. बीपी, शुगर, थायराइड, अस्थमा, अर्थराइटिस व मोटापा से लेकर लिवर, किडनी फेलियर व कैंसर जैसे प्राणघातक रोगों से हमने हजारों लोगों को मुक्त किया है. इसका एक करोड़ से अधिक लोगों का डेटा बेस, रियल वर्ल्ड एविडेंस व क्लिनिकल एविडेंस हमारे पास है. बाबा रामदेव ने इस दौरान कई मरीजों को मीडिया के सामने भी पेश किया. जिन्होंने आयुर्वेद से ठीक होने का दावा किया.
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