राजकोट : गुजरात के राजकोट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाटीदार समाज की ओर बनाए गए 200 बिस्तरों वाले केडी परवाडिया हॉस्पिटल का उद्घाटन किया. राजकोट के ऐटकोट में इस मौके पर काफी बड़ी सभा का आयोजन भी किया गया. पीएम मोदी के कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा समेत कई पाटीदार नेता मौजूद रहे, मगर वहां खोडलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश पटेल की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बन गई. तय कार्यक्रम के मुताबिक, नरेश पटेल को भी मंच पर रहना था मगर उनकी गैरमौजूदगी से गुजरात की राजनीति उलझ गई है. चर्चा है कि युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. ऐसे में अनुभवी नेता नरेश पटेल का कांग्रेस में शामिल होने की संभावना बढ़ गई है. अगर वह कार्यक्रम में आते तो कांग्रेस के लिए मुश्किल हो सकती थी.
नरेश पटेल गुजरात में पाटीदार समाज के कद्दावर नेता हैं. वह पाटीदार बिरादरी की राजनीति को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं मगर अभी तक सक्रिय राजनीति में आने का फैसला उन्होंने नहीं किया है. वह कई मौकों पर दिल्ली में कांग्रेस के आला नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं, मगर हर बार उन्होंने इन मुलाकातों को अनौपचारिक ही बताया है. इस बीच गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सी आर पाटिल भी नरेश पटेल को पार्टी में शामिल कराने की कोशिशों में जुटे थे. मगर पीएम मोदी के कार्यक्रम से गैरहाजिर रहकर उन्होंने भाजपा और पाटीदार समाज को सीधा संदेश दे दिया. गुजरात भाजपा के उपाध्यक्ष भरत बोगरा ने केडी परवाडिया अस्पताल की स्थापना की है. इसके उद्घाटन समारोह में नरेश पटेल को भी आमंत्रित किया गया था. हालांकि नरेश पटेल ने पहले ही नेताओं को बता दिया था कि वह कार्यक्रम में मौजूद नहीं रहेंगे. एक बात जो सामने आई कि निमंत्रण कार्ड में खोडलधाम का लोगो लगा था, लेकिन चर्चा है कि नरेश पटेल मौजूद को खोडलधाम की ओर से कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं दिया गया था.