गोलपारा (असम) : असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने गुरुवार को कहा कि राज्य पुलिस राज्य में कट्टरवाद विरोधी उपायों को लागू कर रही है. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई राज्य में आतंकवादी समूहों के बढ़ते प्रसार को ध्यान में रख कर की जा रही है. डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने कहा कि हाल ही में अलकायदा और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम से जुड़े 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. असम के गोलपारा जिले में गुरुवार को अलकायदा और अंसारुल्लाह बांग्ला जैसे आतंकी संगठन से जुड़े एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.
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मौजूदा स्थिति पर बात करते हुए, असम के डीजीपी ने कहा कि 'कुछ लोग' राज्य में स्थापित मदरसों का 'लाभ' ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम राज्य में कट्टरपंथ विरोधी उपायों को लागू कर रहे हैं. हमने इस संबंध में विभिन्न मुस्लिम समूहों के साथ बातचीत की है और उन्होंने सहयोग किया है. उन्होंने कहा कि असम में कई मदरसे पनप रहे हैं जिसका फायदा आतंकी संगठन उठा रहे हैं. अधिकारी ने बताया कि मुख्य रूप से पड़ोसी बांग्लादेश से असम के बाहर साजिश रची जा रही है. पूरी साजिश असम के बाहर रची जा रही है. मुख्य रूप से बांग्लादेश से, कुछ अल-कायदा से जुड़े लोग यहां लोगों को प्रभावित कर रहे हैं और कट्टरता फैला रहे हैं. हमने अब तक 34 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. हम ऐसी साजिशों को सफल नहीं होने देंगे.
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इससे पहले दिन में, असम पुलिस ने गोलपारा जिले से दो इमामों की गिरफ्तारी के मद्देनजर अल-कायदा की योजना के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की और जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियों की संभावनाओं के बारे में बताया. असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ साल पहले असम में प्रवेश करने वाले छह बांग्लादेशी आतंकवादियों ने चार क्षेत्रों (सैंडबार या छोटे रेतीले द्वीप) और मुस्लिम समुदाय के वर्चस्व वाले कुछ दूरदराज के इलाकों के लोगों को आतंकी विचार धारा के प्रचार प्रसार के लिए अपना टारगेट बनाया था. असम पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, अलकायदा और अंसारुल्लाह बांग्ला से जुड़े बांग्लादेशी आतंकवादियों ने राज्य में कई लोगों को बहका कर अपने संगठन में भर्ती किया था.