असम: बस-ट्रक की टक्कर में 12 लोगों की मौत, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने शोक जताया
Truck Bus Collision In Golaghat : असम में बस और ट्रक के बीच हुई भिड़ंत में 12 लोगों की मौत हो गई. वहीं घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
गोलाघाट/जोरहाट : असम के गोलाघाट जिले में बुधवार को एक कोयला लदे ट्रक और एक बस की आमने-सामने की टक्कर में तीन बच्चों समेत कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और 38 अन्य लोग घायल हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. गोलाघाट जिला आयुक्त पी उदय प्रवीण ने बताया कि यह दुर्घटना राष्ट्रीय राजमार्ग-715 पर डेरगांव के पास बालीजान में हुई जब 49 यात्रियों को ले जा रही बस ट्रक से टकरा गई. उन्होंने कहा, 'जान गंवाने वाले 12 लोगों में से छह महिलाएं हैं. ये सभी बासा भरालुवा गांव के थे.'
जिला आयुक्त ने बताया कि जोरहाट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जेएमसीएच) में कुल 31 लोगों का इलाज किया जा रहा है, जबकि मामूली रूप से घायल हुए अन्य लोगों को डेरगांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
राष्ट्रपति मुर्मू ने सोशल मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'असम के गोलाघाट में हुई सड़क दुर्घटना में अनेक लोगों की आकस्मिक मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है. मैं शोक-संतप्त परिवारों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करती हूं और घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.'
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट किया, 'असम के गोलाघाट में एक सड़क हादसे में जानमाल की हानि के कारण बहुत दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं। घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहा है.' मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और परिवहन मंत्री परिमल शुक्लवैद्य ने भी घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया.
शुक्लवैद्य ने भी दुर्घटना की जांच के आदेश दिए और अपने विभाग के शीर्ष अधिकारियों को गोलाघाट जिले में दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर हरसंभव सहायता मुहैया कराने को कहा. उन्होंने कहा, 'जांच से पता चलेगा कि सड़क पर चेतावनी संकेतक थे या नहीं... हम जरूरी कदम उठाएंगे और अगर जरूरत पड़ी तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेंगे.' जिला आयुक्त प्रवीण ने बताया कि घटना की मजिस्ट्रेटी जांच शुरू हो चुकी है.
उन्होंने कहा, 'दोनों वाहनों के चालकों की मौत हो चुकी है. इसलिए, हमें दुर्घटना की सटीक परिस्थितियों के बारे में पता नहीं है. जांच से ही पूरी घटना के बारे में जानकारी हासिल होगी.' प्रवीण ने गोलाघाट के पुलिस अधीक्षक राजेन सिंह के साथ घटनास्थल का मुआयना किया और इसके बाद उन अस्पतालों का भी दौरा किया, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है. पुलिस अधीक्षक सिंह ने कहा, 'दुर्घटना के तुरंत बाद, ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और कई घायल लोगों को बस से बाहर निकाला. उन्होंने एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की और घायलों को अस्पताल भेजा. ग्रामीणों के इस कार्य की हम सराहना करते हैं.'
अधिकारियों ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस कई मीटर दूर जाकर गिरी और उसके दाहिना हिस्से के परखच्चे उड़ गए. जेएमसीएच अधीक्षक डॉ. पूर्णिमा बरुआ ने बताया कि गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती दो नाबालिगों सहित चार लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. परिवहन आयुक्त अंकुर जैन ने संपर्क करने पर बताया कि वह एक टीम के साथ गोलाघाट जा रहे हैं और पहुंचते ही वे अपनी जांच शुरू कर देंगे.
उन्होंने कहा, 'इस घटना में हुई गलती का पता लगाया जाएगा ताकि ऐसी दुर्घटना दोबारा न हो.' डेरगांव पुलिस थाने के एक अधिकारी के अनुसार, दुर्घटना सुबह करीब चार बजकर 30 मिनट पर हुई जब पिकनिक के लिए तिनसुकिया जिले के तिलिंगा मंदिर जा रही बस ट्रक से टकरा गई. उन्होंने कहा, 'चार लेन राजमार्ग का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने के कारण ट्रक गलत दिशा से जोरहाट की ओर से आ रहा था, जबकि बस सही लेन में थी. सुबह कोहरा था और दोनों वाहन तेज गति में थे.' एक अधिकारी ने बताया कि राजमार्ग के जिस हिस्से में दुर्घटना हुई, वहां वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है.