रायपुर:मोर आवास मोर अधिकार के तहत बुधवार को भाजपाइयों ने विधानसभा का घेराव करते हुई भूपेश सरकार पर जमकर हमला बोला. भाजपा नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि "भूपेश सरकार ने 16 लाख गरीब परिवारों के साथ छल किया है. केंद्र सरकार इन गरीबों को पक्के मकान दिलाने का सपना देखी थी. लेकिन कांग्रेस सरकार की वजह से गरीबों को मकान नहीं मिल पाया है." भाजपा नेताओं के भाषण के बाद हजारों की संख्या में कार्यकर्ता विधानसभा की ओर कूच किया. जहां भाजपाई बैरिकेट तोड़ते हुए आगे बढ़ गए. इस बीच पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच जमकर खींचतान हुई.
पुलिस ने की पानी का बौछार, छोड़े टियर गैस : भाजपा की सभा 4 बजे के आसपास समाप्त हुई है. इसके बाद हजारों की संख्या में कार्यकर्ता विधानसभा की ओर कुछ किए. हालांकि पुलिस ने तगड़ी बैरिकेडिंग की व्यवस्था की थी. बावजूद भाजपाई एक के बाद एक बैरिकेट को तोड़ते हुए आगे बढ़ते गए. इस दौरान भाजपाई और पुलिस के बीच तीखी नोंक झोंक भी हुई है. उसके बाद भी भाजपाई शांत होने का नाम नहीं ले रहे थे.
पुलिस ने टियर गैस और पानी भी बरसाए: उग्र होते प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने टियर गैस और पानी भी बरसाए. लेकिन कार्यकर्ता एक के बाद एक तीन बैरिकेट तोड़ने में कामयाब हो गए. खुद भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, केदार कश्यप, राजेश मूणत, ओपी चौधरी समेत तमाम दिग्गज नेता अंतिम बैरिकेट के पास धरने पर बैठ गए. काफी देर तक नारेबाजी चलती रही.
"बार बार रंग बदलते रहते हैं भूपेश": प्रदेश भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा " यह गरीब लोगों की लड़ाई है. वंचित लोगों की लड़ाई है. हमने तीन बैरिकेडिंग भी तोड़ी है. इस सरकार का गुरुर भी तोड़ेंगे. गरीबों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे. भूपेश सरकार झूठी बातें करती हैं. भूपेश बघेल बार बार रंग बदलते हैं. लोगों में भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. 4 साल में आपने प्रधानमंत्री आवास नहीं दिया. आपके मंत्री ने वह विभाग छोड़ी. क्या इन बातों को झुठला सकते हैं. बार-बार झूठ बोलना बंद करें भूपेश बघेल. यह गरीबों के हक की लड़ाई है. आपको झुकना पड़ेगा."
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कार्यकर्ताओं को आई चोटें: विधानसभा घेराव के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया. इस बीच कार्यकर्ताओं ने बेरीकेटिंग तोड़ी. जिससे कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई है. तो वही पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हुए विवाद में पुलिस ने कुछ कार्यकर्ताओं पर हल्की लाठियां भी चलाई है. जिससे कार्यकर्ताओं को चोटे आई हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने इसका विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि "हमारे कार्यकर्ताओं के ऊपर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किये हैं."
भाजपाइयों की पुलिस के साथ झड़प: भाजपा अध्यक्ष अरुण साव समेत तमाम दिग्गज नेता जब धरने पर बैठे थे. उसी दौरान किसी कार्यकर्ता का पुलिस के साथ झड़प हो गया. जिसके बाद पूर्व मंत्री राजेश मूणत आग बबूला हो गए. कार्यकर्ता के साथ झड़प के विरोध में खुद मूणत पुलिस के साथ भीड़ गए. इस दौरान करीब 20 मिनट तक पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प होती रही. पुलिस के साथ जमकर धक्का मुक्की की वजह से फिर से पुलिस ने वॉटर केनन का इस्तेमाल किया.
देर शाम हुई गिरफ्तारी: विधानसभा घेराव के दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई है. कार्यकर्ताओं ने न केवल शासकीय संपत्ति को क्षति पहुंचाई. बल्कि शासकीय वाहन में भी तोड़फोड़ किया है. वहीं जमीन पर बैठे प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव समेत तमाम दिग्गजों की गिरफ्तारी करने में पुलिस के पसीने छूट गए. जिसके बाद पुलिस ने भाजपा नेताओं को गिरफ्तार किया. पुलिस ने भाजपा नेताओं समेत तमाम कार्यकर्ताओं को बस से रायपुर सेंट्रल जेल ले गए. जेल परिसर में भी भाजपा नेता जमकर नारेबाजी करते रहे.