आसनसोल (पश्चिम बंगाल) : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता अनुब्रत मंडल को मवेशी तस्करी मामले की जांच में सहयोग न करने के आरोप में गुरुवार को उनके बोलपुर स्थित आवास से गिरफ्तार किया. अनुब्रत को आसनसोल की अदालत में पेश किया गया. इस दौरान उन्हें लोगों के गुस्से का सामना कारना पड़ा. लोगों ने 'चोर-चोर' कहकर उन्हें जूते दिखाए. अनुब्रत मंडल को दस दिन के लिए सीबीआई हिरासत में भेजा गया.
दरअसल जांच एजेंसी ने पिछले कुछ दिनों में तृणमूल नेता को दो बार पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वह खराब सेहत का हवाला देते हुए पेश नहीं हुए थे. इस पर सीबीआई ने तृणमूल नेता को गिरफ्तार करने से पहले उन्हें आपराधिक दंड संहिता (सीआरपीसी) की धारा 41 के तहत एक नोटिस दिया. इससे पूर्व दिन में सीबीआई के कम से कम आठ अधिकारियों का दल केंद्रीय बलों के साथ सुबह लगभग 10 बजे मंडल के आवास पर पहुंचा और जांच के तौर पर तलाश अभियान शुरू किया. एक अधिकारी ने बताया कि मंडल से उनके आवास की दूसरी मंजिल के एक कमरे में लगभग एक घंटे तक पूछताछ की गई.
उन्होंने बताया, 'हमने मवेशी तस्करी घोटाले की जांच में सहयोग न करने पर उन्हें गिरफ्तार किया है. हमें इस घोटाले में मंडल की सीधी संलिप्तता का पता चला है. हम आज उनसे पूछताछ करेंगे और कानून के अनुसार आवश्यक कार्रवाई करेंगे.' उन्होंने बताया कि सीबीआई बोलपुर के एक अस्पताल के डॉक्टर से भी पूछताछ करेगी, जिन्होंने मंडल को 14 दिनों तक आराम करने की सलाह दी थी.
उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी के अधिकारी तृणमूल नेता के साथ ही उनके कई करीबी साथियों के आवास पर छापे मार रहे हैं. मंडल से सीबीआई ने दो बार पूछताछ की है. केंद्रीय एजेंसी ने उनके अंगरक्षक सैगल हुसैन को भी गिरफ्तार किया है. इस बीच सत्तारूढ़ तृणमूल ने कहा कि पार्टी स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है. सांसद शांतनु सेन ने कहा, 'पार्टी सही समय पर उचित निर्णय लेगी. लेकिन, हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि टीएमसी भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में समझौता नहीं करेगी.'