पुणे :केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को घोषणा की कि केंद्र जल्द ही सहकारिता प्रबंधन पाठ्यक्रमों के लिए एक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना करेगा. महाराष्ट्र के पुणे स्थित वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान (VAMNICOM) के दीक्षांत समारोह में शाह ने कहा कि सरकार जल्द ही एक नई सहकारिता नीति भी ला रही है. उन्होंने कहा, 'आज डिग्री के साथ इन संस्थानों से बाहर निकल रहे छात्रों के सामने सहकारिता क्षेत्र में कई अवसर हैं.'
उन्होंने कहा, 'आज आप भी इस संस्थान से बाहर निकल रहे हैं. वैमनीकॉम कोई विश्वविद्यालय नहीं है और न ही ऐसा बनने का कोई माहौल (संभावना) है. लेकिन इसने खुद को बहुत कम समय में 24 राज्यों के विभिन्न राज्य स्तरीय संस्थानों से जोड़ा है.'
शाह ने कहा, 'हम जल्द ही सहकारिता प्रबंधन पाठ्यक्रमों के लिए एक विश्वविद्यालय स्थापित करेंगे. यह एक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय होगा और राज्यों के कई कॉलेज इस विश्वविद्यालय से जुड़ेंगे.' उन्होंने कहा कि भारत ने सहकारिता क्षेत्र में सफलता की कई कहानियां हासिल की हैं और जब भारत दुनिया के सामने ‘आत्मनिर्भर’ बनना चाहता है, तो उसमें सहकारिता क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
सहकारिता क्षेत्र को मजबूत करेगा केंद्र
सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र देश में सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने के लिए कृषि वित्त के लिए एक पारदर्शी प्रणाली स्थापित करने के उद्देश्य से कई उपाय करेगा. उन्होंने कहा कि सरकार बहुराज्यीय सहकारिता अधिनियम में संशोधन करेगी और अन्य उपाय करने के अलावा सभी खामियों को दूर करने का प्रयास करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही नई सहकारिता नीति लाई जाएगी.
शाह ने कहा कि पिछले कई वर्षों में देश में सहकारिता आंदोलन कमजोर हुआ है. उन्होंने छात्रों से कहा, 'हमें एक बार फिर सहकारिता क्षेत्र को मजबूत करना होगा और इसे देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सबसे बड़ा योगदान करने वाला बनाना होगा और इसके लिए आप सभी को अपने-अपने क्षेत्रों में समर्पण के साथ काम करना होगा.'