उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में मलबा गिरने से बड़ी संख्या में मजदूर दब गए थे. मजदूरों को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर रेस्क्यू अभियान चल रहा है. एक तरफ एनएचआईडीसीएल (NHIDCL) के डायरेक्टर दिल्ली से घटनास्थल पर पहुंचे हैं. दूसरी तरफ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौके पर स्थलीय निरीक्षण के लिए पहुंच चुके हैं.
पीएम मोदी ले रहे पल-पल की अपडेट:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टनल हादसे से की पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस घटना की हर अपडेट ले रहे हैं. सीएम धामी उत्तरकाशी के सिलक्यारा में टनल हादसा स्थल पर पहुंच भी चुके हैं. घटनास्थल पर पहुंचते ही सीएम धामी ने अब तक का अपडेट लिया है.
सीएम धामी ने किया घटनास्थल का निरीक्षण: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे हैं. सीएम धामी ने अब तक किए गए रेस्क्यू कार्यों का जायजा लिया. सीएम ने रेस्क्यू टीमों से आगे की प्लानिंग के बारे में जानकारी ली. सीएम धामी ने कहा कि राहत और बचाव कार्य के लिए संसाधनों की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी. सीएम का कहना है कि हर हाल में सुरंग में फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकाला जाए.
सीएम धामी ने उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में हुए भू धंसाव का निरीक्षण कर राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की. सीएम धामी ने कहा कि मलबे में दबे मजदूरों को निकालना हमारी पहली और सबसे बड़ी प्राथमिकता है. सभी रेस्क्यू टीमों में अच्छा सामंजस्य है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संभव विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. बचाव कार्य के लिए बड़े व्यास के ह्यूम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजे जाने की व्यवस्था कर दी गई है. मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया की ईश्वर की कृपा और बचाव अभियान में जुटे लोगों के अनथक प्रयासों के चलते सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाएगा.
उत्तरकाशी यमुनोत्री मार्ग पर सिलक्यारा टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन का सीएम धामी ने निरीक्षण किया है. सीएम धामी ने कहा कि "पीएम मोदी ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों समेत विशेषज्ञ फंसे हुए 40 लोगों को बचाने के लिए काम कर रहे हैं. हम टनल में फंसे हुए लोगों के परिवारों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि राज्य सरकार और प्रशासन उनको बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.”
एनएचआईडीसीएल के निदेशक पहुंचे उत्तरकाशी: उत्तरकाशी सुरंग हादसे के बाद एनएचआईडीसीएल (नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड) के निदेशक अंशू मनीष खलको घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं. अंशू मनीष का कहना है कि स्थिति अब बेहतर है. सभी मजदूर सुरक्षित हैं. हम फंसे हुए मजदूरों को भोजन और पानी मुहैया करा रहे हैं. टनल के अंदर लगभग 40 लोग फंसे हुए हैं. हम अपनी तरफ से सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
सिलक्यारा में राहत बचाव कार्य जारी: सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए जारी बचाव और राहत कार्यों और मलबा हटाने का कार्य निरंतर जारी है. मलबा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को लगाया गया है. वॉकी-टॉकी के जलिए टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क बना हुआ है. फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं. टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. इसी पाइपलाइन के जरिए रात में चने के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे श्रमिकों तक भेजे गए हैं. पूरी रात बचाव कार्य चला है और अभी भी चल रहा है.
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