लखनऊ:समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में गुरुवार को निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक बार फिर निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. रमाबाई रैली मैदान में राष्ट्रगान के साथ समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हुआ. इस दौरान डिम्पल यादव, रामगोपाल यादव, किरणमय नंदा, राज्यसभा सांसद जया बच्चन, नरेश उत्तम पटेल सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे. राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर से समाजवादी पार्टी के सक्रिय सदस्यों को बुलाया गया है. एक दिन पहले बुधवार को आयोजित प्रांतीय सम्मेलन में सपा प्रदेश अध्यक्ष के पद पर निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी कराई गई थी और नरेश उत्तम पटेल एक बार फिर समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए हैं.
रामगोपाल यादव ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया के अंतर्गत सिर्फ अखिलेश यादव ने तीन प्रतियों में नामांकन पत्र दाखिल किया था. इसके अलावा किसी अन्य ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया था. इसलिए उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित घोषित करता हूं. अखिलेश यादव के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित घोषित होने के बाद सपा नेताओं ने उनका स्वागत किया.
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी चुनावी रणनीति और भाजपा के सामने चुनौतियों को पार पाने को लेकर आज मंथन करेगी. यह तय करेगी कि सड़क से लेकर सदन तक कितने आक्रामक ढंग से भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ हमलावर होना है और किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना है. आज के राष्ट्रीय सम्मेलन में राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव देश की परिस्थितियों को देखते हुए लाया जाएगा. भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ और उसकी नीतियों के खिलाफ हमलावर होते हुए समाजवादी पार्टी के नेता चर्चा करेंगे.
कुर्मी बिरादरी से आने वाले नरेश उत्तम पटेल को एक बार फिर समाजवादी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर पार्टी के अंदर से लेकर सोशल मीडिया तक में तमाम विरोध भी देखने को मिल रहा है. ऐसा मौका पहली बार है, जब समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थकों की तरफ से खुलकर अखिलेश यादव के फैसले पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. ऐसे में यह बात काफी महत्वपूर्ण हो जाती है कि संगठन के काम को आज समाजवादी पार्टी कैसे आगे बढ़ाएगी, जब उनके प्रदेश अध्यक्ष का पार्टी के अंदर ही विरोध हो रहा है. समाजवादी पार्टी के कई नेताओं ने कहा है कि उन्हें लग रहा था कि इस बार बदलाव होगा और किसी नए चेहरे को प्रदेश अध्यक्ष पद जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलेगी.
आज हो रहे राष्ट्रीय सम्मेलन में आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव में जीत दर्ज करने और उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूत करते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में फतेह करने के अलावा भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ हमलावर होने की रणनीति पर मंथन होगा. इसके अलावा संगठन का पुनर्गठन भी किया जाएगा. राजनीतिक प्रस्ताव के साथ-साथ आर्थिक और सामाजिक प्रस्ताव के माध्यम से भाजपा सरकार पर हमलावर होने को लेकर चर्चा होगी. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी को मजबूत करने, सबको साथ लेकर आगे बढ़ने के अलावा मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी की केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ हमलावर होते हुए रणनीति बनाई जाएगी कि कैसे सड़क से लेकर सदन तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार को घेरना है.
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सरकार की जनविरोधी नीतियों को जनता को बताते हुए समाजवादी पार्टी के साथ लोगों को जोड़ने का काम किया जाना है. तमाम मुद्दों को लेकर भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ समाजवादी पार्टी अपने सम्मेलन में रणनीति बनाएगी और भविष्य की राजनीतिक चुनौतियों से कैसे पार पाते हुए विजय पानी है, इस पर पूरी तरह से मंथन होगा. सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि 29 सितंबर को निर्वाचन अधिकारी प्रो. रामगोपाल यादव द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया सम्पन्न कराई जाएगी. इसके बाद अखिलेश यादव उद्घाटन भाषण करेंगे. इसके बाद राजनीतिक एवं आर्थिक प्रस्ताव पेश किया जाएगा. जिस पर चर्चा एवं प्रस्ताव पारित किया जाएगा. अखिलेश यादव राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन करेंगे.