भोपाल:एआईएमआईएम (AIMIM) अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने देश के अलग-अलग हिस्सों में रामनवमी पर हुई हिंसक घटनाओं को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने हिंदूवादी संगठनों पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर आरोप लगाए कि यह पुलिस और राज्य के समर्थन से की जा रही हिंसा है. ओवैसी ने हिंसा वाली जगहों का जिक्र करते हुए उनका नाम भी लिया. जिसमें''करौली, राजस्थान, हिम्मतनगर, गुजरात, खरगोन, मध्य प्रदेश के साथ और भी जगहों के नाम शामिल हैं. उन्होंने सरकारों पर बुलडोजर से गरीबों के आशियाने उजाड़ने को जेनेवा समझौते का उल्लंघन बताया है.
घरों को गिराना युद्ध अपराध:AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से एक राज्य की मिलीभगत से की जा रही हिंसा है और जिनेवा कन्वेंशन का गंभीर उल्लंघन है. मध्य प्रदेश सरकार ने किस कानून के तहत मुस्लिम समुदाय के घरों को ध्वस्त कर दिया है? यह स्पष्ट रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यक के प्रति मुख्यमंत्री के पक्षपातपूर्ण रवैये दिखाता है. उन्होंने राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक और गोवा की सरकारें पर रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा को नियंत्रित करने में फेल होने का आरोप लगाया है.
जिनेवा समझौता क्या है:जेनेवा समझौता दो देशों के बीच युद्ध के दौरान किया गया एक समझौता है, जिसमें 4 समझौते और 3 प्रोटोकॉल शामिल है. इसके तहत युद्ध में मानवीय उपचार के लिए अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के स्टैण्डर्ड को स्थापित किया जाता हैं. दूसरे शब्दों में कहा जाये, तो जब दो देशों के बीच युद्ध होता है और युद्ध के दौरान कोई सैनिक या नागरिक यदि सीमा पार यानि दुश्मन देश की सीमा में पहुँच जाता है, तो उस पर अंतर्राष्ट्रीय कानून लागू हो जाता है. और उस सैनिक को प्रिजनर ऑफ़ वॉर भी कहा जाता है. इस कानून के तहत कुछ नियम बनाये गये हैं, जिसमें यह कहा गया है, कि दुश्मन देश द्वारा उन सैनिक के साथ कैसा बर्ताव किया जाना चाहिए एवं सैनिक को उसके देश में वापस कैसे भेजना चाहिए.