आगरा : देश में 3665 संरक्षित स्मारक हैं. जिन्हें देखने के लिए हर साल देश और विदेशी से सैलानी पहुंचते हैं. देशी सैलानी और विदेशी मेहमानों की हसरत एक बार मोहब्बत की निशानी ताजमहल को निहारने की रहती है. सैलानियों में सबसे ज्यादा मशहूर ताजमहल राजस्व के मामले में टॉप पर है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के टॉप 10 स्मारक की सालाना कमाई की बात करें तो 55 करोड़ रुपये है. इस आय में ताजमहल के अकेले 25 करोड़ रुपये शामिल हैं. इस लिहाज से एएसआई के टॉप-10 स्मारक की आय में ताजमहल की हिस्सेदारी 46% है. कमाई के मामले में दूसरे नंबर पर दिल्ली के लाल किला की हिस्सेदारी 20 फीसदी है.
मोहब्बत की निशानी का ताज कमाई में भी सरताज, जानिए टॉप 10 में किसकी कितनी कमाई
देश के टॉप 10 स्मारकों से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को रिकार्ड तोड़ आय होती है. इनमें ताजमहल की हिस्सेदारी 46 फीसदी है. इस वित्तीय वर्ष में ताजमहल के अकेले 25 करोड़ रुपये शामिल हैं. दूसरे नंबर पर दिल्ली का लाल किला (20%) है.
कोरोना काल में भी टॉप पर रहा ताज : आगरा हम कोरोना काल की बात करें तो कोरोना की वजह से ताजमहल 188 दिन बंद रहा था. कोरोना संक्रमण से लगे पहले लॉकडाउन में आगरा का पर्यटन कारोबार बेपटरी हो गया था. वित्तीय वर्ष 2020-2021 में एएसआई को 9.54 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे. तब दूसरे नंबर पर 6.51 करोड़ रुपये की कमाई के साथ चेन्नई के ग्रुप ऑफ मान्यूमेंट मल्लापुरम ने दूसरे स्थान पर रहा था.
पर्यटकों की पहली पसंद ताज : एएसआई की कमाई के साथ ही पर्यटकों की पसंद के मामले ताजमहल टॉप पर है. वित्तीय वर्ष 2021-2022 की बात करें तो एएसआई के टॉप- 10 स्मारकों को देखने के लिए 1 करोड़ 15 लाख 44 हजार 031 सैलानी पहुंचे. जिसमें ताजमहल का दीदार करने 33 लाख 33हजार 533 सैलानी शामिल हैं. दिल्ली का लाल किला 1 करोड़ 32 लाख 9080 पर्यटकों ने देखा. आंकड़ों के मुताबिक ताजमहल के बाद पर्यटकों की दूसरी पसंद दिल्ली का लाल किला है.