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भाजपा सरकार की खेल नीति है बेटी रुलाओ : कांग्रेस पार्टी

कांग्रेस ने भाजपा सरकार की नरेन्द्र मोदी सरकार की खेल नीति की आलोचना की है. Congress General Secretary Randeep Singh Surjewala ने महिला पहलवानों के साथ ''ज्यादती व अन्याय'' के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार बताया. WFI election . Sakshi Malik . Brij Bhushan Sharan Singh . Sanjay singh .

Sakshi Malik retirement Congress General Secretary Randeep Singh Surjewala statement on wfi election
रणदीप सिंह सुरजेवाला

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 22, 2023, 1:17 PM IST

नयी दिल्ली : कांग्रेस ने ओलंपिक पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक के संन्यास की घोषणा के बाद शुक्रवार को केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि "बेटी रुलाओ, बेटी सताओ और बेटियों को घर बिठाओ" भाजपा सरकार की खेल नीति बन गई है. पार्टी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि महिला पहलवानों के साथ ''ज्यादती और अन्याय'' के लिए सीधे तौर पर नरेन्द्र मोदी सरकार जिम्मेदार है.

रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता Sakshi Malik ने यहां बृजभूषण शरण सिंह के विश्वासपात्र संजय सिंह की भारतीय कुश्ती महासंघ- WFI के अध्यक्ष पद के चुनाव में जीत का विरोध करते हुए बृहस्पतिवार को अपने कुश्ती के जूते टेबल पर रखे और कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा की. इस घोषणा के समय उनकी आंखों में आंसू थे. Randeep Singh Surjewala ने संवाददाताओं से कहा कि पहलवान बेटियों के यौन शोषण के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण के सहयोगी व 'नॉमिनी' Sanjay singh की चुनाव में जीत के बाद, कुश्ती में ओलंपिक पदक जीतने वाली देश की पहली महिला पहलवान व किसान की बेटी Sakshi Malik द्वारा खेल से संन्यास की घोषणा भारत के खेल इतिहास का "काला अध्याय" है.

Congress General Secretary Randeep Singh Surjewala ने आरोप लगाया कि चैंपियन महिला पहलवानों के साथ 'ज्यादती व अन्याय' के लिए सीधे मोदी सरकार दोषी है. सुरजेवाला ने कहा, "यह दर्शाता है कि न्याय की आवाज उठाने वाली बेटियों को सन्यास के लिए मजबूर कर घर भेज दिया जाएगा और दोषी कहकहे लगाएंगे, और बेटियों की बेबसी तथा लाचारी का मजाक उड़ाएंगे. शायद इसीलिए यौन शोषण के आरोपी Brij Bhushan Sharan Singh ने कुश्ती संघ के चुनाव के बाद कहा, "दबदबा था, दबदबा रहेगा". ''

बेटी रुलाओ, बेटी सताओ...
Randeep Singh Surjewala ने दावा किया कि "बेटी रुलाओ, बेटी सताओ और बेटियों को घर बिठाओ" भाजपा सरकार की खेल नीति बन गई है. उन्होंने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि रोहतक के मोखरा गाँव में जन्मी, हरियाणा के एक साधारण किसान परिवार की बेटी देश के लिए ओलंपिक पदक ले आई, और आज मोदी सरकार के "दबदबे" ने उसे वापस घर जाने पर मजबूर कर दिया. Congress General Secretary Randeep Singh Surjewala ने कहा, "देश की पहलवान बेटियां न्याय मांगने के लिए 39 दिन तक तपती दोपहरी में जंतर-मंतर पर बैठ संसद के दरवाजे पर दस्तक देती रहीं, सिसकती रहीं, पर भाजपा सरकार ने उन्हें न्याय देने की बजाय दिल्ली पुलिस के जूतों से कुचलवाया और सड़कों पर घिसटवाया. यह हाल तब है जब महिला पहलवानों ने खुद के साथ हुई ज्यादतियों की शिकायत प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और खेलमंत्री तक से की थी."

Randeep Singh Surjewala के मुताबिक, उस समय भी देश की बेटियों को सिर्फ एक प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए उच्चतम न्यायालय तक गुहार लगानी पड़ी थी. उन्होंने दावा किया, "इससे बड़ी राष्ट्रीय शर्म की बात और क्या होगी कि पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन करने वाली पहलवान बेटियों को न्याय मांगने के लिए अपने पदक तक गंगा मैया में बहाने जैसा कठोर कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा. कारण केवल इतना है कि भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह को मोदी सरकार का दुलार प्राप्त है. "

Congress General Secretary ने यह दावा भी किया कि भारतीय कुश्ती संघ ही नहीं, बीसीसीआई से लेकर देश के सभी खेल संघों पर मोदी सरकार व भाजपाई नेताओं का कब्जा है. उन्होंने सवाल किया, "मोदी सरकार चुप क्यों है? देश की संसद किसान की पहलवान बेटियों की सिसकियों और आंसुओं पर चुप क्यों है? देश का खेल जगत और उसकी नामी-गिरामी हस्तियां चुप क्यों हैं? क्या यह मान लिया जाए कि अब "दबदबा", "डर", "भय" तथा "अन्याय" न्यू इंडिया में सामान्य बात है? " WFI election . Sakshi Malik . Brij Bhushan Sharan Singh . Sanjay singh .

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