तिरुवनंतपुरम : एसएफआई कार्यकर्ताओं द्वारा कांग्रेस सांसद और पार्टी नेता राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय में कथित रूप से तोड़फोड़ किए जाने के कुछ घंटों बाद केरल सरकार ने शुक्रवार रात एडीजीपी रैंक के अधिकारी से जांच कराने के आदेश दिए और साथ ही कलपेट्टा के डीएसपी को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही डीएसपी के खिलाफ भी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय पर हमले के बाद सीपीएम की छात्र इकाई एसएफआई के आठ छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने राहुल के ऑफिस में तोड़फोड़ की. हालांकि कांग्रेस ने सीपीएम सरकार और भाजपा, दोनों पर आरोप लगाए हैं.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि राज्य सरकार गांधी के कार्यालय तक मार्च और उसके बाद हुई अप्रिय घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच करेगी. एक बयान के अनुसार, पुलिस मुख्यालय एडीजीपी को मामले की जांच करने और एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. घटना के समय इलाके के प्रभारी कालपेट्टा डीएसपी को जांच जारी रहने तक निलंबित कर दिया है. वायनाड में कांग्रेस सांसद के कार्यालय के खिलाफ सत्तारूढ़ माकपा की छात्र शाखा एसएफआई का विरोध मार्च हिंसक हो गया क्योंकि कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कथित तौर पर लोकसभा सदस्य के कार्यालय में प्रवेश किया और उसमें तोड़फोड़ की, जिसके बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इसकी कड़ी निंदा की. साथ ही कहा कि घटना को जिस किसी ने भी अंजाम दिया पुलिस उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.